राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष और मोदी सरकार में केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने शुक्रवार (26 अक्टूबर) को अरवल जिले में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता व बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात की कुछ तस्वीरें तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर शेयर की है।
PHOTO: @yadavtejashwiइन दोनों नेताओं की मुलाकात को इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इससे पहले दिन में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह एवं जदयू प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में बैठक के बाद घोषणा की कि बिहार में लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियां बराबर बराबर सीटों पर लड़ेंगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रालोसपा एवं लोजपा, दोनों राजग में रहेंगे। कुशवाहा एवं तेजस्वी यादव की मुलाकात की तस्वीर राजद ने अपने मोबाइल एप पर साझा की है।
समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, तेजस्वी ने पत्रकारों से कहा, 2014 के लोकसभा चुनाव में बिहार में बीजेपी ने 40 में से 22 सीटें जीती थी। कुमार को एक बराबर साझेदार समझे जाने की इच्छा जताई जा रही है जिन्होंने केवल दो सीटें जीती थी और वह (भाजपा) अपना जनाधार खो चुकी है जिससे अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की निराशा का पता चलता है।
Met Union Minister and RLSP Chief Sh. @UpendraRLSP Ji at Arwal Circuit guest house. pic.twitter.com/qQm8fAHAmp
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 26, 2018
हालांकि, तेजस्वी और कुशवाहा के बीच हुई बातचीत का ब्यौरा अभी पता नहीं चल पाया है। बैठक के बाद रालोसपा के एक पदाधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा,‘राजनीतिक हस्तियां प्राय: एक दूसरे से मिलती रहती है, भले ही वे सहयोगी न हो।’ कुशवाहा ने बैठक के दौरान हुई बातचीत के बारे में कोई भी प्रतिक्रिया व्यक्त करने से इनकार कर दिया।
शाह ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि रालोसपा एवं केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी सहित बिहार में राजग के घटक दलों की सीटों की संख्या के बारे में घोषणा दो-तीन दिनों में की जाएगी। यह पूछे जाने पर कि क्या कुशवाह राजग का अंग बने रहेंगे, शाह ने सकारात्मक उत्तर दिया और दावा किया कि गठबंधन पिछले चुनाव से बेहतर प्रदर्शन करेगा। पिछले लोकसभा चुनाव में राजग ने 31 सीटें जीती थीं।
उल्लेखनीय है कि कुशवाहा के नीतीश के साथ संबंध बहुत मधुर नहीं रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘चारों पार्टियां राजग में बरकरार रहेंगी।’