वोटिंग खत्म होने से पहले ही एग्जिट पोल छापने के आरोप में गिरफ्तार ‘जागरण डॉट कॉम’ के संपादक को मिली जमानत

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नई दिल्ली। चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन मामले में गिरफ्तार ‘जागरण डॉट कॉम’ के संपादक शेखर त्रिपाठी को जमानत मिल गई है। दरअसल, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान के तुरंत बाद ही एक संगठन द्वारा किए गए एग्जिट पोल (मतदान बाद सर्वेक्षण) का प्रकाशन दैनिक जागरण ने अपने वेबसाइट पर प्रकाशित कर दिया था।

इस खबर पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने माना है कि विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया जारी रहने के मद्देनजर यह चुनाव संबंधी नियमों का उल्लंघन है। जिसके बाद चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में जागरण डॉट कॉम के संपादक शेखर त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया गया।

यह गिरफ्तारी चुनाव आयोग के आदेश के बाद शेखर त्रिपाठी सहित पहले चरण के 15 जिला निर्वाचन अधिकारियों को सर्वे करने वाली संस्‍था रिसोर्स डेवलपमेंट इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड और दैनिक जागरण के मैनेजिंग एडिटर, एडिटर इन चीफ, एडिटर या चीफ एडिटर के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद हुई है।

दरअसल, यूपी में 11 फरवरी को पहले चरण के चुनाव हुए थे। इनमें पश्चिमी यूपी की 73 सीटों पर वोट डाले गए थे। इन्हीं सीटों के एग्जिट पोल जागरण ने अपनी वेबसाइट पर डाले थे, हालांकि इस पर दैनिक जागरण की ओर से सफाई भी दी गई है।

इस बीच दैनिक जागरण अखबार ने मंगलवार को अपने सफाई में कहा कि उत्तर प्रदेश के एग्जिट पोल के बारे में खबर अनजाने में उसकी अंग्रेजी वेबसाइट पर प्रकाशित हो गई थी और समूह के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इसकी जानकारी मिलते ही फौरन इसे हटा दिया गया था।

अपने बयान में अखबार ने कहा कि ये साफ तौर पर कहा जा सकता है कि सिवाय अंग्रेजी डिजिटल माध्यम के एग्जिट पोल से जुड़ी कोई भी खबर दैनिक जागरण अखबार में प्रकाशित नहीं हुई। बता दें कि आयोग के निर्देशों के मुताबिक चार फरवरी, 2017 से आठ मार्च, 2017 को शाम साढ़े पांच बजे तक एग्जिट पोल के नतीजों का प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या किसी भी रूप में प्रचार प्रसार भी नहीं किया जा सकता।

 

 

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