उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित यह कहकर विवादों में घिर गए हैं कि अगर कोई कम कपड़े पहनकर महान बन सकता है, तो बॉलीवुड अभिनेत्री राखी सावंत भी महात्मा गांधी से भी बड़ी हो जाती। उनके इस बयान का वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसको लेकर उनकी जमकर आलोचना हो रही है। वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने अपने बयान पर सफाई भी पेश की है।
दरअसल, उन्नाव जिले के बांगरमऊ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा द्वारा आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन (बुद्धिजीवियों की बैठक) में दीक्षित ने रविवार को कहा कि हमारी राय में कोई भी किसी भी विषय पर किताब लिखने से बुद्धिजीवी नहीं बना है। अगर ऐसा है तो इतने सालों से मैंने कम से कम 6,000 किताबें पढ़ी हैं।
उन्होंने आगे कहा कि गांधी जी कम कपड़े पहनते थे। वह सिर्फ एक धोती लपेटते थे। देश उन्हें बापू कहते थे। अगर कोई अपने कपड़े उतारकर महान बन सकता है, तो राखी सावंत महात्मा गांधी से बड़ी हो जाती।
उनके भाषण का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद उन्होंने हिंदी में स्पष्ट करने वाले ट्वीट्स की एक श्रृंखला डाली।
उत्तरप्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने राष्ट्रीय पिता महात्मा गांधी की तुलना राखी सावंत से की।
ये है संघी घटिया सोच।
pic.twitter.com/T77AwLEfLa— Vini J (@Vini_J26) September 20, 2021
नारायण दीक्षित ने अपने ट्वीट में लिखा, “सोशल मीडिया पर कुछ मित्र मेरे भाषण के एक वीडियो अंश को अन्यथा अर्थों के संकेत के साथ प्रसारित कर रहे हैं। वास्तव में यह उन्नाव के प्रबुद्ध सम्मेलन में मेरे भाषण का अंश है। जिसमें सम्मेलन संचालक ने मेरा परिचय देते हुए मुझे प्रबुद्ध लेखक बताया था।”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने इसी बिंदु से बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि कुछ पुस्तकों और लेखों के लिखने से ही कोई प्रबुद्ध नहीं हो जाता। महात्मा गांधी कम कपड़े पहनते थे। देश ने उन्हें ‘बापू’ कहा। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं राखी सावंत भी गांधी जी हो जाएंगी। मित्रगण मेरे भाषण को वास्तविक संदर्भ में ही ग्रहण करने की कृपा करें। धन्यवाद।”