पिछले काफी समय से आधार और डेटा सुरक्षा को लेकर चर्चा जारी है। दरअसल सरकारी योजनाओं से लेकर नर्सरी में एडमिशन और सिम कार्ड खरीदने तक में आइडेंडिटी के लिए आधार को अनिवार्य कर दिया गया है। सभी सरकारी सेवाओं के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता को लेकर सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ सुनवाई कर रही है। इस बीच आधार के डेटाबेस में एक सॉफ्टवेयर पैच के जरिए सेंध लगाए जाने की खबर आ रही है। कांग्रेस ने आधार के डेटाबेस में सेंध की खबरों के बीच कहा कि विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) में दर्ज लोगों के विवरण खतरे में हैं।
दरअसल, समाचार एजेंसी IANS के मुताबिक, ‘हफपोस्ट इंडिया’ की जांच के बाद पार्टी की ओर टिप्पणियां आईं हैं। ‘हफपोस्ट इंडिया’ ने खुलासा किया है कि आधार डेटाबेस, जिसमें एक अरब से अधिक भारतीयों की बॉयोमीट्रिक्स और व्यक्तिगत जानकारियां शामिल हैं, में एक सॉफ्टवेयर पैच के जरिए सेंध लगा दी गई है, जिसकी मदद से आधार की सिक्युरिटी फीचर को बंद किया जा सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, कोई भी अनधिकृत व्यक्ति 2,500 रुपये में आसानी से मिलने वाले इस पैच के जरिए दुनिया भर में कहीं भी आधार आईडी बना सकता है। कांग्रेस ने एक ट्वीट में कहा है कि आधार नामांकन सॉफ्टवेयर के हैक हो जाने से आधार डेटाबेस की सुरक्षा खतरे में आ सकती है। हमें उम्मीद है कि अधिकारी भावी नामांकनों को सुरक्षित करने और संदिग्ध नामांकन की पुष्टि के लिए उचित कदम उठाएंगे।
The hack of the Aadhaar enrollment software jeopardises the sanctity of the Aadhaar database. We hope the authorities will take the appropriate moves to secure future enrollments and verify the suspect enrollments. https://t.co/KDetuXoBgE
— Congress (@INCIndia) September 11, 2018
पिछले महीने फ्रांसीसी सुरक्षा विशेषज्ञ इलियट एल्डर्सन ने यूआईडीएआई से सवाल किया था कि क्यों इसकी हेल्पलाइन संख्या कई लोगों के फोन पर उनकी जानकारी के बिना दर्ज हो गई, जिससे काफी विवाद हुआ था। अब उन्होंने एक बार फिर कहा है कि यूआईडीएआई डेटा में सेंध को रोकने के लिए हैकर्स के साथ काम करें।
उन्होंने कहा कि मैं दोहराता हूं कि कोई भी चीज ऐसी नहीं है, जिसे हैक न किया जा सके। यह आधार पर भी लागू होती है। कभी भी बहुत देर नहीं होती। सुनिए और हैकर्स को धमकी देने के बजाए उनसे बात कीजिए। बता दें कि यह खबर ऐसे समय में आई है जब भारत सरकार अपने नागरिकों की पहचान के लिए आधार नंबर को अनिवार्य बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है, जिससे मोबाइल फोन के इस्तेमाल से लेकर बैंक खातों के लिए आधार नंबर जरूरी होगा।