नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने मुंबई जोन के दो अधिकारियों को जांच में कथित तौर पर कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही बरतने के चलते निलंबित कर दिया है।

शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान केस से जुड़े मुख्य जांच अधिकारी सुपरिटेंडेंट वीवी सिंह और इंटेलीजेंस ऑफिसर आशीष रंजन प्रसाद को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। इन दोनों अधिकारियों ने क्रूज पर मादक पदार्थ बरामद होने के मामले की भी जांच की थी, जिसमें आर्यन खान समेत कम से कम 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। सिंह इस मामले में जांच अधिकारी थे और प्रसाद उनके मातहत कार्य कर रहे थे।
अधिकारियों ने कहा कि इन दोनों अधिकारियों का निलंबन क्रूज पर मादक पदार्थ बरामद होने के मामले से नहीं जुड़ा है। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि सिंह और प्रसाद द्वारा मुंबई एनसीबी जोनल कार्यालय में की गई जांच के दौरान लापरवाही बरतने के लिए उन्हें निलंबित किया गया।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो एजेंसी ने सिंह और प्रसाद के खिलाफ सटीक आरोपों और उस मामले के बारे में विस्तार से नहीं बताया जिसमें उन्हें निलंबन सौंपा गया था।
गौरतलब है कि, एनसीबी ने क्रूज ड्रग्स मामले में आर्यन खान समेत 19 अन्य लोगों को आरोपी बनाया था। एनसीबी ने तीन अक्टूबर को आर्यन को मुंबई के तटीय इलाके में एक क्रूज जहाज से गिरफ्तार किया था। जिसके बाद आर्यन खान को कई दिनों तक जेल में भी रहना पड़ा था। हालांकि, बाद में बॉम्बे हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
पिछले साल नवंबर में आर्यन की जमानत का आदेश जारी करते हुए हाई कोर्ट ने कहा था कि आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमेचा के बीच नशीली दवाओं से संबंधित अपराध करने की साजिश का कोई सबूत नहीं है। कोर्ट ने कहा था कि उनके बीच व्हाट्सऐप पर हुई बातचीत में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं पाया गया।
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