त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसकी सहयोगी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) ने सभी राजनीतिक जानकारों को चौंकाते हुए विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत दर्ज की है और वाम दलों का बरसों पुराना किला ढह गया। राज्य में बीजेपी और आईपीएफटी ने 60 सदस्यीय विधानसभा में 43 सीटों पर जीत दर्ज की है। बीजेपी ने 35 सीटों पर जबकि आईपीएफटी ने आठ सीटों पर जीत हासिल की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे विचारधारा की जीत बताया था।लेकिन त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव में बीजेपी की इस ऐतिहासिक जीत के बाद वहां हिंसा ने उग्र रुप ले लिया है। कई दुकानों में तोड़फोड़ और घरों में आग लगाने की खबरें सामने आ रही हैं। वामपंथी स्मारकों को पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। त्रिपुरा से आए एक वीडियो और तस्वीरों बीजेपी की टोपी पहने कार्यकर्ताओं के बीच एक जेसीबी मशीन महान कम्युनिस्ट नेता व्लादिमिर लेनिन की एक प्रतिमा को तोड़ रही है।
समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक, दक्षिण त्रिपुरा जिले के बेलोनिया में व्लादिमिर लेनिन की एक प्रतिमा जेसीबी मशीन का इस्तेमाल कर गिरा दी गई है। माकपा ने इस घटना के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है।
त्रिपुरा माकपा जिला सचिव तापस दत्ता ने कहा कि त्रिपुरा में माकपा की हार और बीजेपी की जीत के बाद यहां से करीब 110 किलोमीटर दूर बेलोनिया में कॉलेज स्क्वायर में कथित तौर पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पांच फुट लंबी प्रतिमा को गिरा दिया।
त्रिपुरा में बीजेपी की सरकार बनने से पहले ही समर्थकों ने बुलडोजर की मदद से गिराई लेनिन की मूर्ति
त्रिपुरा में बीजेपी की सरकार बनने से पहले ही समर्थकों ने बुलडोजर की मदद से गिराई लेनिन की मूर्ति, लगाए ‘भारत माता की जय’ के नारेhttp://www.jantakareporter.com/hindi/tripura-bjp-supporters-bulldoze-lenin/175485/
Posted by जनता का रिपोर्टर on Monday, 5 March 2018
कुछ महीना पहले पार्टी पोलित ब्यूरो सदस्य प्रकाश करात ने इस प्रतिमा का अनावरण किया था। दत्ता ने समाचार एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि, ‘‘प्रतिमा को गिराए जाने के बाद भारत माता की जय के नारे भी लगाए गए।’’
दक्षिण त्रिपुरा जिले के पुलिस अधीक्षक मोनचक इप्पर ने बताया कि जेसीबी मशीन के चालक को गिरफ्तार किया गया। बाद में जमानत पर उसे रिहा कर दिया गया। एसपी ने बताया कि प्रतिमा बेलोनिया नगर निगम को सौंप दी जाएगी।
इस बीच, जिला मजिस्ट्रेट मिलिंद रामटेके ने बताया कि चुनाव बाद हिंसा के कारण श्रीनगर, लेफुंगाख, मंडई, आमतली, राधापुर, अरूंधति नगर, जिरनिया, मोहनपुर सहित दक्षिण त्रिपुरा जिले के कई इलाकों में निषेघाज्ञा (धारा-144) लागू कर दी गई है। वहीं हिंसा की खबरों के बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य के राज्यपाल तथागत राय और डीजीपी एके शुक्ला से बात की और नई सरकार के कामकाज संभालने तक राज्य में शांति सुनिश्चित करने को कहा है।
देखिए, सोशल मीडिया लोगों ने कैसे जताई नाराजगी:-
त्रिपुरा में आज “लेनिन” की मूर्ति “ढहा” दी गयी,कल “अम्बेडकर” परसों “भगत सिंह” फिर “नेहरु” और बाद में “गांधी” की गिराओगे, लेकिन ये तो बताओ, इस “देश” को कहाँ ले जाओगे.
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) March 6, 2018
https://twitter.com/sidmtweets/status/970725755935064064
हिंदुत्व की आंधी है आज लेलिन,अंबेडकर कल गांधी है
— Ram chandra (@Ramchandrab123) March 6, 2018
त्रिपुरा में लेलिन स्टैच्यू तोड़ कर संघी फिर से सबूत दे रहे हैं कि वे परिवार नहीं हैं, एक गिरोह हैं, गिरोह, बस
— Maimoona Mollah (@MaimoonaMollah) March 5, 2018
त्रिपुरा में लेलिन का मूर्ति गिराने का मतलब हैं
मजदूर विरोधी सरकार ।
Bjp सिर्फ पूंजीपतियों के पोषक है— Kunal Kishor (@KunalKi71455522) March 6, 2018
त्रिपुरा में भाजपाइयों द्वारा उत्पात मचाना व लेलिन की मूर्ति तोड़ना न्यायोचित नहीं है ! चुनाव जितने का ये मतलब नहीं होता कि कानून को अपने हाथ में लेकर जैसा मर्ज़ी हो,वैसा किया जाय । उक्त धटना लोकतंत्र को कलंकित करने वाली है,जिसकी जितनी भी निंदा की जाय,कम होगा !! pic.twitter.com/fERWUAxldQ
— Dr. Urmila Thakur (@DrUrmilaThakur1) March 6, 2018
भगत सिंह जिनके विचारधारे को मानते थे और जिनके सिंधान्तौ पे चलकर आजादी की इंनकलाप की शुरुआत किये थे आज त्रिपूरा मे उनके मूर्ति को बुलडोजर से तोड़कर एक महान क्रांतिकारी लेलिन का अपमान भगवा आतंकवादीयो ने किया है।देश आपके इस अपमान के लिऐ क्षमा चाहता है। pic.twitter.com/PTpgsgUwqa
— Safdar Ali Ansari (@SafdarAliAnsar4) March 6, 2018