चुनावी नतीजे आने से पांच दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (18 मई) को उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्व प्रसिद्ध बाबा केदारनाथ के दर्शन किए और निकटवर्ती पहाडी की एक गुफा में ध्यान साधना की। केदारनाथ पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने मंदिर से डेढ़ किमी दूर करीब 12 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित ‘ध्यान गुफा’ में साधना की। केदारपुरी में कड़ाके की सर्दी और बारिश के बीच पीएम मोदी ने भगवा वस्त्रों में गुफा के भीतर साधना की।
हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद प्रधानमंत्री मोदी स्लेटी रंग के पहाडी परिधान और पहाडी टोपी पहने और कमर में केसरिया गमछा बांधे दिखे। हाथ में लाठी लेकर चल रहे प्रधानमंत्री एकदम अलग अंदाज में नजर आ रहे थे। हालांकि, पीएम मोदी का यह विवादों में घिर गया है। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पीएम मोदी की केदारनाथ यात्रा को लेकर चुनाव आयोग को पत्र लिखकर शिकायत की है। टीएमसी ने पीएम मोदी के इस दौरे को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस ने पीएम मोदी की केदारनाथ यात्रा को लेकर चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। पत्र में लिखा गया कि लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के लिए चुनाव प्रचार समाप्त हो गया है, आश्चर्यजनक रूप से नरेंद्र मोदी की केदारनाथ यात्रा पिछले 2 दिनों से मीडिया द्वारा व्यापक रूप से कवर की जा रही है। यह आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है।
Trinamool Congress writes to EC, states, 'Election campaign for last phase of polling for Lok Sabha polls is over, surprisingly Narendra Modi's Kedarnath Yatra is being widely covered by the media for the last 2 days. This is a gross violation of model code of conduct.'
— ANI (@ANI) May 19, 2019
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री ने गुफा तक पहुंचने के लिए 2 किलोमीटर तक चढ़ाई की। इसके बाद मीडिया के अनुरोध पर ध्यान साधना की शुरुआत के दौरान पीएम मोदी की कुछ तस्वीरें लेने की इजाजत दी गई। इसके बाद मोदी ने अपनी ध्यान साधना शुरु की जो रविवार सुबह तक चला। प्रधानमंत्री के केदारनाथ दौरे को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। रविवार को प्रधानमंत्री ने बद्रीनाथ का भी दौरा किया।
Prime Minister Narendra Modi after offering prayers at Badrinath Temple in Uttarakhand. pic.twitter.com/DO74PCfW2D
— ANI (@ANI) May 19, 2019
समुद्र तल से 11,755 फुट की ऊंचाई पर मंदाकिनी नदी के किनारे केदारनाथ मंदिर में पहुंचने पर तीर्थ पुरोहितों ने उनका स्वागत किया, जिसके बाद वह भगवान शिव की पूजा अर्चना और रूद्राभिषेक के लिए मंदिर के गर्भगृह में पहुंचे। करीब आधा घंटा चली इस पूजा के बाद प्रधानमंत्री ने मंदिर की परिक्रमा की और श्रद्धालुओं का हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
इसके बाद खराब मौसम और बारिश से बढी ठंड के बीच मोदी पास ही स्थित पहाडी पर बनी ध्यान गुफा में चले गए जहां उन्होंने ध्यान साधना की। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि मोदी के आगमन से उत्तराखंड की जनता और भाजपा बहुत उत्साहित है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के इस दौरे का मकसद पूरी तरह से आध्यात्मिक है। प्रधानमंत्री का पिछले दो साल में केदारनाथ का यह चौथा दौरा है।