तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी कथित कोयला घोटाला से जुड़े धनशोधन के एक मामले में पूछताछ के लिए सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुए। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी (33) मध्य दिल्ली के जाम नगर हाउस स्थित केन्द्रीय एजेंसी के कार्यालय सुबह 11 बजे से थोड़ी देर पहले पहुंचे।
अभिषेक बनर्जी ने कहा, ‘‘मैं जांच का सामना करने को तैयार हूं और मैं एजेंसी के साथ सहयोग करूंगा।’’ अधिकारियों ने बताया कि मामले के जांच अधिकारी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत बनर्जी का बयान दर्ज किया।
ईडी ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की नवंबर, 2020 की एक प्राथमिकी पर गौर करने के बाद पीएमएलए की आपराधिक धाराओं के तहत यह मामला दर्ज किया था। सीबीआई की प्राथमिकी में आसनसोल और उसके आसपास कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में ‘ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड’ की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये के कोयला चोरी घोटाले का आरोप लगाया गया है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश होने के लिए नई दिल्ली रवाना होने से पहले कोलकाता हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बनर्जी ने कहा था कि एजेंसी अगर किसी भी अवैध लेन-देन में उनकी संलिप्तता को साबित कर दे, तो वह खुद को फांसी पर लटका लेंगे।
गौरतलब है कि, इस मामले में ईडी ने अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा को भी एक सितंबर को ही पूछताछ के लिए दिल्ली तलब किया था। लेकिन रुजिरा ने कोरोना महामारी का हवाला देकर दिल्ली जाने से मना कर दिया था। उन्होंने ईडी को पत्र लिखकर कोलकाता में ही उनके आवास पर पूछताछ करने का अनुरोध किया था। (इंपुट: भाषा के साथ)