केरल में एक गर्भवती हथिनी की मौत के मामले में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने गुरुवार को कहा कि जांच टीमों की नजर तीन संदिग्धों पर है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय मंत्रियों सहित कुछ लोग घटना का इस्तेमाल राज्य की छवि खराब करने के लिए कर रहे हैं। विजयन ने कहा कि घटना में दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि घटना की जांच कर रही केरल पुलिस और वन विभाग की अपराध शाखा की टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और सबूत जुटाए। न्याय काम करेगा और दोषियों को सजा मिलेगी।
वन विभाग के सूत्रों ने संमाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) को बताया कि 27 मई को हथिनी की मौत की घटना के संबंध में तीन संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और दो अन्य संदिग्धों की तलाश की जा रही है। राज्य के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने ट्विटर पर घटना को लेकर रोष जताया और कहा कि केरल और बाहर से हजारों याचिकाएं दायर की जा चुकी हैं और दिल दहला देने वाली इस घटना से उत्पन्न रोष को समझा जा सकता है।
सोशल मीडिया पर घटना को लेकर लोग गुस्सा जता रहे हैं और दोषियों को कड़ा दंड देने की मांग कर रहे हैं। संदेह है कि 15 वर्षीय हथिनी ने पटाखों से भरा अनानास खा लिया जो उसके मुंह में फट गया और एक सप्ताह बाद वेलियार नदी में उसकी मौत हो गई। सोशल मीडिया पर आक्रोश और घटना पर केंद्र के गंभीर चिंता जताए जाने के बीच विजयन का कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन आया है।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘पलक्कड़ जिले में एक दुखद घटना में एक गर्भवती मादा हथिनी की जान चली गई। हम आपको आश्वस्त करना चाहते हैं कि आपकी चिंताएं व्यर्थ नहीं जाएंगी, न्याय की जीत होगी।’
In a tragic incident in Palakkad dist, a pregnant elephant has lost its life. Many of you have reached out to us. We want to assure you that your concerns will not go in vain. Justice will prevail.
— Pinarayi Vijayan (@vijayanpinarayi) June 4, 2020
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पटाखा खिलाकर हत्या करना भारत की संस्कृति में नहीं है और सरकार दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि केरल के मलप्पुरम में हथिनी के मारे जाने का केंद्र ने गंभीर संज्ञान लिया है। पटाखा खिलाना और हत्या करना भारत की संस्कृति में नहीं है।
भाजपा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने ट्वीट किया कि मलप्पुरम अपनी आपराधिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है, खासकर जानवरों के प्रति अपराधों को लेकर। विजयन ने कहा कि केरल और मलप्पुरम जिले के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर ‘‘संगठित अभियान’’ चलाया जा रहा है तथा राज्य को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। यहां तक कि केंद्रीय मंत्री भी इसमें शामिल हैं। (इंपुट: भाषा के साथ)