आज हम आपको एक ऐसे फोटोग्राफर से मिलवाने जा रहे है, जिसने अपना कैमरा छोड़ बम धमाके में घायल हुए एक बच्चे को बचाया। लेकिन वो दूसरे बच्चे को नही बच्चा सका जिसकी मौत हो चुकी थी, जिसे देख वो फूट-फूट कर रोने लगा।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला 16 अप्रैल का है। जब अलेप्पो का एक्टिविस्ट और विडियोग्राफर सीरिया में एक आत्मघाती हमले के दौरान फंस गया। इस हमले में 126 लोगों समेत कई बच्चों की जानें चली गईं, जिनमें 80 से ज्यादा छोटे-छोटे बच्चे थे।
@Marvel has some great heroes but none of them have achieved this level. #syrianchildren #AbdAlkaderHabak #travelban pic.twitter.com/ckhXfORtTI
— Marcus Darpino (@MarcusDarpino) April 18, 2017
फोटोग्राफर के मुताबिक जब आसपास के गांवों से शरणार्थियों को लेकर आ रही बसों का एक काफिला कुछ देर के लिए अलेप्पो के निकट विद्रोहियों के कब्जे वाले राशिदीन कस्बे में रुका। उसी वक्त एक व्यक्ति ने उसी वक्त छोटे-छोटे बच्चों को चिप्स के पैकेटों का लालच देकर अपनी तरफ बुलाया और तभी एक बम फट गया।
Free Syrian journalist Abd Alkader Habak rescuing a child from Fua. No words.#Syria #syrianchildren #journalist pic.twitter.com/EgZJU83dpM
— Aisyah Gozali (@Aisyah_Gozali) April 16, 2017
इस दौरान फोटोग्राफर अब्द अल्कादर हबक पास ही अपने काम में जुटे हुए थे और कुछ देर के लिए वह भी बेहोश हो गए थे। उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि वो समय बेहद भयावह था।
ऐसे समय में मैंने अपने साथियों के साथ फैसला किया कि हम लोग अपने कैमरे एक तरफ रख देते हैं और घायलों को बचाना शुरू कर देते हैं। उन्होंने बताया कि जिस पहले बच्चे के पास वह पहुंचे, वह मर चुका था। तभी वह दूसरे बच्चे के पास गए जो मुश्किल से सांस ले पा रहा था।
The video that this videographer filmed just before this photo was taken gives a glimpse of the horror. Must watch https://t.co/VWG4reaiSQ https://t.co/gM1i6Lrr9l
— ala'a al shehabi (@alaashehabi) April 17, 2017
उन्होंने उसे उठाया और एम्बुलेंस तक पहुंचाया। मोहम्मद अलगरेब ने सीएनएन समाचार चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि कुछ जख्मी लोगों की मदद की, पर बाद में उन्होंने तस्वीरें खींचना शुरू कर दिया था।