बेंगलुरु में ऑनलाइन आर्डर और फूड डिलीवरी करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ हिंसा की एक और घटना सामने आई है। राजाजीनगर में फूड डिलीवरी करने वाली मशहूर कंपनी स्विगी के 25 वर्षीय डिलीवरी ब्वॉय कार्तिक हरिप्रसाद के साथ चार लोगों ने कथित तौर पर मारपीट की, जिन्होंने ऑनलाइन खाना ऑर्डर किया था। यह घटना 28 मई की देर शाम को हुई, जब खाना ऑर्डर करने के बाद वे कैंसिल नहीं कर पाए तो वे वहां पहुंच चुके कार्तिक से मुफ्त में देने की मांग करने लगे। यह घटना तब सामने आई जब उसकी कहानी एक दोस्त द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर की गई और बाद में कई अन्य लोगों ने इसे शेयर किया।
अंग्रेजी समाचार वेबसाइट ‘द न्यूज मिनट’ के मुताबिक, वसीम नाम के शख्स ने इंस्टाग्राम पर घटना की जानकारी दी और उन्होंने कार्तिक को हुए नुकसान की भरपाई के लिए लोगों से पैसे देकर मदद करने की अपील की। रिपोर्ट के अनुसार, “जब कार्तिक ने कस्टमर्स को ऑर्डर के लिए पैसे देने को कहा, तो उन्होंने मना कर दिया। इसके बाद करीब 20 साल की उम्र के चारों लड़कों ने उसे गाली देनी शुरू कर दी। जब कार्तिक ने इसका विरोध किया तो उनलोगों ने उसे पीटना शुरू कर दिया। उसके सिर पर पत्थर से भी मारा गया, जिससे कार्तिक वहीं बेहोश गया था।”
दूसरे डिलीवरी ब्वॉय ने कार्तिक को सड़क पर बेहोश देखा तो उन्होंने पुलिस को खबर दी और उसे अस्पताल ले गए, जहां उसे सिर में टाके लगाए गए। दूसरे लोगों को आते देख, सभी आरोपी वहां से फरार हो गए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, “मारपीट में कार्तिक के फोन, बाइक और हेलमेट को भी नुकसान पहुंचा। साथ ही चारों आरोपी कार्तिक की जेब से 1,800 रुपए लेकर भी भाग गए, जो उसने अपनी बहन की शादी में (रविवार) खर्च के लिए बचा कर रखे थे।”
बहन की शादी के कारण कार्तिक बिना पुलिस में शिकायत दर्ज कराए ही आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में अपने गृहनगर वापस जाने का फैसला किया।
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द न्यूज मिनट से कार्तिक ने कहा, “पुलिस काफी मदद कर रही है। मगडी रोड स्टेशन के इंस्पेक्टर लगातार मेरे संपर्क में हैं। मैं बुधवार को वापस बेंगलुरु जाकर केस दर्ज कराऊंगा। स्विगी ने कहा है कि वो खाना ऑर्डर करने वाले की जानकारी पुलिस के साथ शेयर करेगी।”
उन्होंने कहा, “मुझे अपनी जरूरत से ज्यादा पैसे (मदद की अपील में) मिल चुके हैं। इसलिए मैं बाकी पैसे किसी अच्छे काम के लिए दान कर दूंगा। हालांकि, अभी ये फैसला नहीं किया है कि ये पैसे कहां दूंगा।”
स्विगी ने कार्तिक के इलाज के लिए उसे कंपनी की हेल्थ इंश्योरेंस का इस्तेमाल करने को कहा है और साथ ही कानूनी सहायता में मदद का भरोसा दिया है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे स्विगी के साथ संपर्क में हैं और कार्तिक द्वारा FIR दर्ज कराने के बाद मामले की जांच शुरू करेंगे।