सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (30 नवंबर) को कथित तौर पर पतंजलि आयुर्वेद कंपनी के संस्थापक और योग गुरु बाबा रामदेव के जीवन पर आधारित किताब के प्रकाशन और बिक्री पर रोक लगाने वाले दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ प्रकाशक की याचिका पर योग गुरू को नोटिस जारी किया।
फाइल फोटोरामदेव ने दावा किया था किताब में मानहानिकारक सामग्री है जिसके बाद उच्च न्यायालय ने 29 सितंबर को रोक का आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई जनवरी 2019 के लिए स्थगित कर दी है।
Supreme Court issues notice to Yog Guru Ramdev on a plea challenging Delhi High Court order which had restrained sale and publication of a book, ‘Godman To Tycoon’, purportedly on his life and having defamatory content.
Supreme Court posts the matter for hearing in January 2019.— ANI (@ANI) November 30, 2018
मीडिया रिपोर्ट के मुताबित, न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की पीठ ने कहा, ”हम वादी संख्या एक (बाबा रामदेव) को नोटिस जारी करेंगे। उच्च न्यायालय के फैसले को प्रकाशक जगरनट बुक्स ने शीर्ष अदालत में चुनौती दी थी।
इससे पहले, रामदेव ने ‘गॉडमैन टू टायकून’ नाम की किताब के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी जिसमें कहा था कि किताब कथित तौर पर उनके जीवन पर आधारित है और उसमें मानहानिकारक सामग्री है जिससे उनकी प्रतिष्ठा और आर्थिक हितों को नुकसान पहुंच सकता है।
बता दें कि बाबा रामदेव पर जीवन पर लिखी गई पुस्तक ‘गॉडमैन टू टाइकून’ को लेकर पिछले काफी दिनों से विवाद चल रहा है।