अपनी टिप्पणियों को लेकर अक्सर सुखिर्यों में रहने वाले केन्द्र में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के शासनकाल में हुए भ्रष्टाचार के कई मामलों के मुकदमों में ‘‘अत्यधिक एवं अकथनीय’’ देरी हुई है।
स्वामी ने यह भी कहा कि इन मामलों में अभियोजकों में ‘‘उत्साह की कमी’’ है। उन्होंने पत्र में कहा, ‘‘नि: संदेह भ्रष्टाचार के कई मामलों के अभियोजन में सरकार की ओर से बहुत अधिक एवं अकथनीय देरी हुई और यह भ्रष्टाचार केंद्र में संप्रग सरकार के रहने के दौरान हुआ।’’
खासकर टूजी, एयसेल-मैक्सिस, नेशनल हेराल्ड, जिनमें वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम और सोनिया गांधी पर आरोप हैं, का जिक्र करते हुए स्वामी ने कहा कि इन मामलों में अंतिम निष्कर्ष या दोषसिद्धि तक नहीं पहुंचा जा सका है।
उन्होंने कहा, ‘पिछले सात साल में इन मामलों में अंतिम निष्कर्ष या दोषसिद्धि नहीं हुई जिसकी स्पष्ट वजह अभियोजकों में उत्साह की कमी है।’ स्वामी ने कहा कि भ्रष्टाचार से लड़ने को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाने वाली भाजपा की छवि इस देरी से धूमिल हो रही है। ट्विटर पर स्वामी ने बताया कि यह चिट्ठी उन्होंने प्रधानमंत्री को 2 सितंबर 2021 को लिखी थी।
डॉ स्वामी ने ट्विटर पर इस खत को शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, ‘केंद्र में यूपीए के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के कई मामले आए थे। इसमें शक नहीं कि सरकार की ओर से भ्रष्टाचार के ऐसे कई मामलों के अभियोजन में काफी अधिक देरी हुई है।’