लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का सोमवार (13 अगस्त) सुबह कोलकाता के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। चटर्जी 89 वर्ष के थे और उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा एवं दो बेटियां हैं। चटर्जी को कल ‘‘दिल का हल्का दौरा’’ पड़ा था, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई और सोमवार सुबह करीब सवा आठ बजे उनका निधन हो गया। चटर्जी को किडनी से संबंधित बीमारी थी और उन्हें गत मंगलवार को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
चटर्जी को कल सुबह दिल का दौरा पड़ा था। उनका आईसीयू में इलाज चल रहा था। लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष को पिछले महीने मस्तिष्क में रक्तस्राव हुआ था। उनका पिछले 40 दिन से इलाज चल रहा था और स्वास्थ्य में सुधार होने के चलते उन्हें तीन दिन के लिए अस्पताल से छुट्टी दी गई थी। लेकिन पिछले मंगलवार को उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।
जानें, चटर्जी के जीवन से जुड़ीं खास बातें
- सोमनाथ चटर्जी का जन्म 25 जुलाई, 1929 को असम के तेजपुर में हुआ था।
- उनके पिता का निर्मल चंद्र चटर्जी और मां का नाम वीणापाणि देवी था।
- मशहूर वकील निर्मलचंद्र चटर्जी अखिल भारतीय हिंदू महासभा से जुड़े थे।
- सोमनाथ चटर्जी की शिक्षा-दीक्षा कलकत्ता और ब्रिटेन में हुई। उन्होंने ब्रिटेन के मिडल टेंपल से बैरिस्टर की पढ़ाई की थी।
- चटर्जी ने पहली बार 1971 में लोकसभा चुनाव लड़ा और संसद पहुंचने में कामयाब रहे।
- 1971 में पहली बार सांसद बने चटर्जी 10 बार लोकसभा सदस्य के रूप में चुने गए।
- चटर्जी माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य थे। वह 1968 में माकपा में शामिल हुए थे।
- वह वर्ष 2004 से 2009 तक लोकसभा के अध्यक्ष रहे।
- उन्होंने 35 सालों तक सांसद के तौर पर देश की सेवा की और इसके लिए उन्हें साल 1996 में सर्वश्रेष्ठ सांसद के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- माकपा के संप्रग की पहली सरकार से समर्थन वापस ले लेने के बावजूद चटर्जी ने लोकसभा के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था।
- इस वजह से वरिष्ठ नेता को वर्ष 2008 में माकपा से निष्कासित कर दिया गया था।
- ममता बनर्जी ने 1984 में कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर सोमनाथ चटर्जी को पटखनी दी थी।
- सोमनाथ चटर्जी का आदर सभी पार्टियों में था। उन्हें एक बहुत ही सम्मान नेता के तौर पर देखा जाता है।
- साल 2004 में 14वीं लोकसभा के अध्यक्ष के रूप में सोमनाथ चटजी का सर्वसम्मति से निर्वाचन सदन में एक इतिहास रच गया।
- चटर्जी 89 वर्ष के थे और उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा एवं दो बेटियां हैं।