शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस की ‘शव सेना’ संबंधी टिप्पणी के लिए शुक्रवार को आलोचना की और कहा कि उन्हें यह समझना चाहिए कि वर्णमाला का हर अक्षर महत्वपूर्ण होता है। अमृता फडणवीस ने गुरुवार को उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना पर हाल में संपन्न बिहार विधानसभा चुनावों में उसके खराब प्रदर्शन को लेकर कटाक्ष किया और उसे ‘शव सेना’ कहा था।

महाराष्ट्र में एमवीए सरकार का नेतृत्व करने वाली शिवसेना ने अमृता फडणवीस पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें अपने खुद के नाम में शामिल अक्षरों के महत्व को समझना चाहिए। शिवसेना प्रवक्ता नीलम गोरे, जो विधान परिषद में उप सभापति भी हैं, ने एक बयान में कहा, ‘‘अपने नाम से ‘अ’ अक्षर को ‘मृत’ अवस्था में मत ले जाइए। अपने नाम अमृता में ‘अ’ के महत्व को समझिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दिवाली के शुभ अवसर के दौरान अपने दिमाग में बुरे विचार मत लाइए।’’ गोरे ने कहा, ‘‘आपको शिवसेना के नाम को गलत ढंग से कहने से कोई लाभ नहीं होगा।’’
गौरतलब है कि, अमृता फडणवीस ने ट्वीट किया था, ‘‘वास्तव में चल क्या रहा है? शव सेना ने बिहार में अपनी ही सहयोगी (कांग्रेस) को खत्म कर डाला। उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे महाराष्ट्र को कहां ले जा रहे हैं, लेकिन बिहार को सही जगह पर लाने के लिए धन्यवाद।’’
का हय ये – शवसैना ने अपने ही साथियों की लाशें बिछा दी बिहार मे !
काय चाल्लय तरी काय – शवसेनेने आपल्याच साथीदारांना ठार मारले बिहार मधे !
महाराष्ट्र कुठे ही नेला असो पण बिहार योग्य ठिकाणी नेउन ठेवल्या बाबत धन्यवाद ? #Bihar #BiharResult pic.twitter.com/mMGT5Sgn3w— AMRUTA FADNAVIS (@fadnavis_amruta) November 12, 2020
उल्लेखनीय है कि, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बिहार में भाजपा के चुनाव प्रभारी थे, जहाँ उनकी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया है। शिवसेना ने बिहार में कुछ सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह अपना खाता भी खोलने में नाकाम रही और उसके अधिकतर उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गई। (इंपुट: भाषा के साथ)