कन्हैया कुमार के मामले को लेकर शशि थरूर ने दिल्ली के सीएम पर कसा तंज, बोले- “जीतकर हारने वाले को केजरीवाल कहते है”

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दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने शुक्रवार (29 फरवरी) को राजद्रोह के 4 साल पुराने एक मामले में JNU छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार और 9 अन्य लोगों पर मुकदमा चलाने के लिए दिल्ली पुलिस को मंजूरी दे दी है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त रिएक्शन सामने आ रहे हैं। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने दिल्‍ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा है।

शशि थरूर

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल की तिरुअनंतपुरम सीट से सांसद शशि थरूर ने बॉलिवुड फिल्म ‘बाजीगर’ के एक डायलॉग का जिक्र करते हुए चुटीले अंदाज में केजरीवाल पर तंज कसा है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “हारकर जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं, लेकिन जीतकर हारने वाले को केजरीवाल कहते हैं।” थरूर यहीं नहीं रुके, उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से केजरीवाल की मुलाकात को लेकर भी उन्हें निशाने पर लिया। इस पर उन्होंने लिखा, “फायदा हो जिधर, वो उधर की ओर चलेगा। अब पांच साल आप (आम आदमी पार्टी) का यही दौर चलेगा। शाह केजरीवाल (ओह सॉरी) वाह केजरीवाल!”

बता दें कि, इससे पहले दिल्ली कांग्रेस ने भी केजरीवाल सरकार की आलोचना करते हुए कहा था कि भाजपा और आप दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा, ‘चाहे सीएए हो एनपीआर हो, केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की सोच वही है जो बीजेपी की है।’ वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि राजद्रोह कानून को लेकर दिल्ली सरकार की समझ केंद्र से कुछ कम गलत नहीं है।

पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने अपने ट्वीट में लिखा था, ‘‘राजद्रोह कानून की अपनी समझ में दिल्ली सरकार भी केंद्र सरकार से कम अनजान नहीं है।’’ उन्होंने आगे कहा, ”श्री कन्हैया कुमार और अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 124 ए और 120 बी के तहत मुकदमा चलाने के लिए दी गई मंजूरी को मैं पूरी तरह से अस्वीकृत करता हूं।”

दरअसल, दिल्ली सरकार ने राजद्रोह के एक मामले में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार और दो अन्य लोगों पर मुकदमा चलाने के लिए दिल्ली पुलिस को मंजूरी दे दी। पुलिस ने 2016 के इस मामले में कुमार के साथ ही जेएनयू के पूर्व छात्रों उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था। पुलिस ने कहा था कि आरोपियों ने नौ फरवरी, 2016 को जेएनयू परिसर में एक कार्यक्रम के दौरान जुलूस निकाला था और वहां कथित रूप से लगाये गये देश-विरोधी नारों का समर्थन किया था।

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