बांग्लादेश में प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए एक भाषण पर टिप्पणी करने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर को माफी मांगनी पड़ी है।
दरअसल, प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश के स्वतंत्रता दिवस की स्वर्ण जयंती और बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी के अवसर पर आयोजित समारोह में अपनी बात रखते हुए बांग्लादेश की आजादी के लिए सत्याग्रह करने की बात कही थी। उनके दिए भाषण के इसी अंश पर शशि थरूर ने विरोध जताया क्योंकि उन्हें लगा कि उन्होंने बांग्लादेश की आजादी में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के योगदान का जिक्र ही नहीं किया।
अब इसी ट्वीट के लिए शशि थरूर ने माफी मांग ली है। इस पर उन्होंने फिर ट्वीट किया, “सब जानते हैं कि बांग्लादेश को किसने आजाद कराया है।” हालांकि, जब उन्हें बाद में पता चला कि पीएम मोदी ने इंदिरा गांधी का जिक्र किया था, तो उन्होंने अपने किए पर तुरंत माफी भी मांग ली। उन्होंने लिखा, “सॉरी। जब मैं गलत होता हूं तो इसे स्वीकारने में मुझे बुरा नहीं लगता है।”
I don't mind admitting when I'm wrong. Yesterday, on the basis of a quick reading of headlines &tweets, I tweeted "everyone knows who liberated Bangladesh," implying that @narendramodi had omitted to acknowledge IndiraGandhi. It turns out he did: https://t.co/YE5DMRzSB0 Sorry!
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) March 27, 2021
बता दें कि, बांग्लादेश दौरे पर गए पीएम मोदी ने कहा था कि बांग्लादेश की आजादी के लिए संघर्ष में शामिल होना उनके जीवन के भी पहले आंदोलनों में से एक था। उनकी उम्र 20-22 साल रही होगी जब उन्होंने और उनके कई साथियों ने बांग्लादेश के लोगों की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था और जेल भी गए थे। प्रधानमंत्री ने ढाका में बांग्लादेश के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ढाका में आयोजित एक अहम समारोह में बोल रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के बांग्लादेश दौरे पर हैं। अपने दौरे के दूसरे दिन उन्होंने ओराकांडी में स्थित मतुआ मंदिर में पूजा अर्चना की। ओरकांडी में ही मतुआ समुदाय के अध्यात्मिक गुरु हरिचंद ठाकुर का जन्म हुआ था। मोदी ने हरिचंद-गुरुचंद मंदिर में पूजा की। (इंपुट: IANS के साथ)