मतदान से ठीक एक दिन पहले कांग्रेस ने रविवार (4 मई) को वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद शकील अहमद को बिहार की मधुबनी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने के कारण पार्टी से निलंबित कर दिया। कांग्रेस ने यह सीट गठबंधन दल को दिया है। मधुबनी सीट गठबंधन सहयोगी दल मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी को दी गई है, जिसने वहां से बद्रीनाथ पूर्वे को उम्मीदवार बनाया है।
कांग्रेस ने इसके साथ ही विधायक भावना झा (बेनीपट्टी) को भी पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निलंबित कर दिया है। मधुबनी में पांचवें चरण में आज यानी सोमवार को मतदान हो रहा है। पार्टी ने शकील अहमद के खिलाफ ऐसे वक्त में कार्रवाई की जब अगले ही दिन यानि आज सोमवार को मधुबनी में पांचवें चरण में मतदान होनी थी।
ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी की तरफ से जारी की गई प्रेस रिलीज में बताया गया है कि शकील अहमद को पार्टी ने बिहार के मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने के चलते निलंबित कर दिया गया है। वहीं, भावना झा बेनीपट्टी से कांग्रेस की विधायक हैं और उन्हें आम चनावों में पार्टी-विरोधी गतिविधियों के चलते पार्टी से निकाला गया है।
बता दें कि शकील अहमद ने हाल ही में कांग्रेस प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया था और बिहार के मधुबनी से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन किया था। उनका का यह कदम बिहार में महागठबंधन की मुश्किलें बढ़ाने वाला था, क्योंकि मधुबनी सीट बंटवारे के तहत विकासशील इंसान पार्टी (VIP) को मिली थी। इससे पहले शकील अहमद ने कहा था, ‘मैंने पार्टी (कांग्रेस) के चिन्ह के लिए आग्रह किया था। मेरा राहुल जी से संवाद हुआ था। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल जी से मेरी बातचीत भी हुई थी।
उन्होंने कहा कि मैंने आग्रह किया था कि जिस तरह से चतरा में हमारे उम्मीदवार के खिलाफ राजद ने दोस्ताना मुकाबले के रूप में अपना उम्मीदवार खड़ा किया है। उसी तरह से मधुबनी में मुझे पार्टी का चिन्ह (कांग्रेस) देकर दोस्ताना मुकाबले में उतरने की अनुमति दी जाए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा था कि दूसरा सुपौल का भी उदाहरण है जहां कांग्रेस उम्मीदवार रंजीत रंजन के खिलाफ राजद ने एक निर्दलीय का समर्थन किया है, उसी तरह से मुझे निर्दलीय के रूप में पार्टी (कांग्रेस) समर्थन दे सकती है।