चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के आखिरी तीन चरणों के दौरान रमजान के कारण मतदान प्रांरभ होने का समय सुबह सात बजे के बजाय पांच बजे करने की दरख्वास्त रविवार (5 मई) को ठुकरा दी। बता दें कि, रमजान का पवित्र महीना मंगलवार (7 मई) से शुरू होने वाला है।
गौरतलब है कि, उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को चुनाव आयोग को लू और रमजान के चलते लोकसभा चुनाव के बाकी चरणों में मतदान का समय घटाकर पांच बजे करने की मांग संबंधी अर्जी पर निर्णय लेने को कहा था। चुनाव आयोग ने याचिका को खारिज करते हुए कहा कि लोकसभा 2019 के आम चुनावों के 5 वें, 6 वें और 7 वें चरण के चुनाव के मौजूदा घंटों में फेरबदल करना संभव नहीं है।
याचिकाएं दो अधिवक्ताओं मोहम्मद निजामुद्दीन पाशा और असद हयात ने दायर की थीं। एक महीने तक पवित्र रमजान के दौरान पूरे भारत में मुसलमान उपवास रखते है। जबकि कर्नाटक के केरल, उडुपी जिलों में दक्षिण कन्नड़ और मुस्लिम सोमवार से उपवास करेंगे, शेष भारत के लोगों मंगलवार से उपवास रख सकते है।
गौरतलब है कि 10 मार्च को लोकसभा चुनावों की घोषणा होने के बाद ही कुछ राजनीतिक दलों और धार्मिक गुरुओं ने चुनाव के ज्यादा चरणों को लेकर ऐतराज जताया था। टीएमसी नेता और कोलकाता म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के मेयर फरहाद हकीम ने कहा था कि चुनाव आयोग ने रमजान के वक्त चुनाव की तारीखें रखी हैं, ताकि अल्पसंख्यक वर्ग वोट न डाल सके। उन्होंने कहा कि रमजान में चुनाव होने की वजह से लोगों को वोट डालने में दिक्कत होगी।
वहीं, समाजवादी पार्टी विधायक अबु आजमी ने कहा कि मुसलमान के लिए रोजा रखकर वोट करना तकलीफ भरा है। रमजान में वोट प्रतिशत गिरेंगे जिसका फायदा बीजेपी को होगा। बीजेपी मुसलमानों से उनका वोटिंग राईट छीनना चाहती है। मुसलमान इस बार सेक्युलर पार्टियों को वोट देने का मन बना चुका है। रमजान में आने वाले चुनावों को रमजान शुरू होने से पहले करा लेना चाहिए।
लखनऊ ईदगाह के इमाम और मुस्लिम मामलों के जानकार मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने मई में रमजान के दौरान होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कड़ी नाराजगी जताई थी। वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्लाह खान ने कहा था, ’12 मई का दिन होगा, दिल्ली में रमजान होगा, मुसलमान वोट कम करेगा और इसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा।’
इस विवाद पर चुनाव आयोग ने सफाई देते हुए कहा था कि रमजान के पूरे महीने के लिए चुनाव स्थगित करना संभव नहीं था, लेकिन मुख्य त्योहार दिवसों और शुक्रवारों को चुनाव से मुक्त रखा गया है। आयोग के एक प्रवक्ता ने कहा था, “रमजान के दौरान चुनाव होंगे क्योंकि पूरे माह के लिए चुनाव स्थगित करना संभव नहीं था। लेकिन, मुख्य त्योहार की तिथि और शुक्रवारों को चुनाव दिवस नहीं रखा गया है।”
बता दें कि सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के चार चरण संपन्न हो चुके हैं, अब सिर्फ तीन चरण के मतदान बाकी हैं। सोमवार(6 मई) को पांचवें चरण का मतदान किया जा रहा है। जबकी छठे चरण का मतदान 12 मई को और सातवें एवं अंतिम चरण का मतदान 19 मई को है। वहीं चुनाव के नतीजे 23 मई को घोषित किए जाएंगे।