देश की राजधानी दिल्ली में मां काली की तरह कपड़े पहनना और उनकी तरह नृत्य करना अनाथ कल्लू उर्फ कलुआ (21) को महंगा पड़ गया। सड़क पर शराब के नशे में सात लड़कों ने छेड़छाड़ की विरोध करने पर चाकू मारकर कल्लू की हत्या कर दी। कल्लू कालकाजी मंदिर के पास स्थित धर्मशाला में अकेले रहता था। पुलिस ने सातों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जिसमें से तीन आरोपी नाबालिग हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने कत्ल इसलिए किया था, क्योंकि उन्हें मृतक का रहन-सहन पसंद नहीं था।
Representational imageगिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान नवीन (20), अमन कुमार सिंह (20), मोहित कुमार (25) और सजल कुमार महेश्वरी (19) और तीन नाबालिगों के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक कत्ल का मुख्य आरोपी नवीन देशबंधु कॉलेज का बीकॉम फर्स्ट ईयर का छात्र है। रिपोर्ट के मुताबिक सभी आरोपी गोविन्दपुरी इलाके के रहने वाले हैं। वहीं मृतक की पहचान 21 वर्षीय कालू के रूप में हुई है। मृतक कालका जी मंदिर की धर्मशाला में अकेला रहता था और माता दुर्गा का भक्त था।
जानकारी के मुताबिक, ओखला इलाके में रिंग रोड पर कालू काली का भेष धरे घूम रहा था। तभी वहां से गुजर रहे एक बाइक सवार से वह टकरा गया, जिस पर बाइक सवारों ने उसके साथ झगड़ा कर लिया। इस बीच बाइक सवार के दूसरे साथी भी आ गए। कल्लू ने जब अपने खिलाफ आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल का विरोध किया तो युवकों ने उस पर चाकूओं और पत्थरों से हमला कर दिया। हमलावरों ने चाकू और पत्थर से हमला कर कालूराम की हत्या कर दी।
दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस उपायुक्त चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि 22 मई की देर रात करीब 3:30 बजे ओखला, एनएसआईसी के जंगल से कल्लू का शव मिला था। पुलिस के मुताबिक उसने लड़कियों के कपड़े पहने हुए थे और पैरों में घुंघरू बंधे थे। युवक के शरीर पर चाकू के कई निशान थे। मृतक युवक किन्नरों के साथ दोस्ती रखता था और माता दुर्गा का भक्त था और काली माता और महिलाओं की वेशभूषा रखने का शौकीन था।
काली माता की वेशभूषा में ही मृतक को मंदिर के आसपास कुछ पैसा या जरूरी सामान गुजारा भत्ता के लिए मिल जाता था। जिस दिन युवक की हत्या हुई उस दिन भी वह मां काली की वेशभूषा में था। आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि घटना वाले दिन सभी शराब पीकर घूम रहे थे। इसी दौरान वहां से कल्लू गुजरा तभी उन्होंने उसके पहनावे को देखकर कमेंट कर दिया। कल्लू ने विरोध जताया तो आरोपी उससे उलझने लगे। कहासुनी के दौरान सातों आरोपी कल्लू को घसीटकर जंगल में ले गए और हत्या कर दी।