गुजरात चुनाव मतगणना: सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की कांग्रेस की 25 फीसदी VVPAT पर्चियों के सत्यापन की मांग वाली याचिका

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गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव के मतगणना से पहले कांग्रेस को झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (15 दिसंबर) को 25 प्रतिशत VVPAT पर्चियों के सत्यापन की कांग्रेस की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया है। शीर्ष अदालत ने मतगणना में दखल देने से इनकार करते हुए कांग्रेस की याचिका को खारिज कर दिया है।

फाइल फोटोकांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर मांग की थी कि 18 दिसंबर को मतगणना के दौरान कम से कम 25 प्रतिशत VVPAT (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) पर्चियों को ईवीएम से क्रॉस वेरिफाइ किया जाए। कांग्रेस पार्टी ने अपनी याचिका में कहा था कि EVM (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) में जो वोट पड़े हैं, उनका मिलान VVPAT पर्चियों से किया जाए।

बता दें कि कांग्रेस सहित कई राजनीतिक पार्टियां ईवीएम की विश्वसनीयता पर चुनाव के पहले से ही सवाल उठाती रही है। गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान भी ईवीएम में गड़बड़ी की खबरें आईं थीं। पिछले दिनों कांग्रेस, बीएसपी, सपा और आम आदमी पार्टी सहित अन्य विपक्षी पार्टियों की ओर से ईवीएम में छेड़छाड़ किए जाने के भी आरोप लगाए गए थे। हालांकि चुनाव आयोग ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया था।

इन्हीं अशंकाओं के बीच कांग्रेस की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर अपील की गई थी कि 18 दिसंबर को होने वाले मतगणना के दौरान 25 प्रतिशत मतों का मिलान VVPAT मशीनों की पर्चियों से किया जाए। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी प्रक्रिया में दखल देने से इनकार करते हुए कांग्रेस की याचिका को खारिज कर दिया।

शीर्ष अदालत ने कहा कि किसी लोकतंत्र में चुनाव प्रक्रिया काफी महत्वपूर्ण होती है और अदालत किसी दल की आशंकाओं के आधार पर इसमें दखल नहीं दे सकती। बता दें कि गुजरात में दूसरे चरण के मतदान के बाद गुरुवार (14 दिसंबर) को विभिन्न टीवी चैनलों पर आए एग्जिट पोल में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत दिखाया गया।

गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा में सभी चैनल बीजेपी को 100 से ज्यादा सीटें दे रहे हैं। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश के एग्जिट पोल में भी बीजेपी की सरकार स्पष्ट बहुमत से बनती हुई दिख रही है। दोनों राज्यों में कांग्रेस जीत से काफी दूर नजर आ रही है। चुनाव के नतीजे 18 दिसंबर को आएंगे।

क्या है VVPAT?

दरअसल, VVPAT का मतलब होता है वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल। यह एक प्रिंटर मशीन है जो ईवीएम की बैलेट यूनिट से जुड़ी होती है। ये मशीन बैलेट यूनिट के साथ उस मतदान कक्ष में रखी जाती है, जहां मतदाता गुप्त मतदान करने जाते हैं। मतदान के समय VVPAT से एक परची निकलती है, जिसमें उस पार्टी और उम्मीदवार की जानकारी होती है, जिसे मतदाता ने वोट डाला होता है। VVPAT वाली EVM मशीन को ज्यादा सुरक्षित माना जाता है।

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