अयोध्या में राम मंदिर मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कानूनी प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद वह हर प्रयास करने के लिये तैयार हैं। समाचार एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि कानूनी प्रक्रिया पूरी हो जाने दीजिए। इस प्रक्रिया की समाप्ति के बाद सरकार के तौर पर हमारी जो भी जिम्मेदारी होगी, हम हर प्रयास करने के लिये तैयार हैं। बता दें कि फिलहाल राम मंदिर का सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। शीर्ष अदालत इसी महीने इस मामले की नियमित सुनवाई कब से होगी इसकी घोषणा करेगा।
राम मंदिर पर प्रधानमंत्री के बयान पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने पीएम मोदी के बयान का स्वागत किया है। RSS ने मंगलवार को कहा कि लोगों को उम्मीद है कि मोदी सरकार राम मंदिर का निर्माण कराने के वादे को अपने कार्यकाल में पूरा करेगी क्योंकि बीजेपी इसके लिए हर संभव कोशिश करने का वादा कर 2014 में सत्ता में आई थी। संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले की यह प्रतिक्रिया राम मंदिर पर प्रधानमंत्री की टिप्पणी के बाद आई है।
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने पर ही राम मंदिर निर्माण के सिलसिले में सरकार कोई कदम उठाएगी। बता दें कि राम मंदिर मामले पर सुप्रीम कोर्ट में 4 जनवरी को सुनवाई होने का कार्यक्रम है। वहीं, आरएसएस और उससे जुड़े संगठनों सहित हिंदुत्व संगठनों तथा बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना राम मंदिर के शीघ्र निर्माण के लिए अध्यादेश लाने की हिमायत कर रही है।
आरएसएस ने ट्वीट कर कहा, ‘मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने 2014 के चुनाव घोषणापत्र में राम मंदिर निर्माण के लिए संविधान के दायरे में हर संभव कोशिश करने का वादा किया था। भारत के लोगों ने बीजेपी के वादों पर भरोसा करते हुए उसे बहुमत दिया था।’ संघ ने कहा कि भारत के लोगों को उम्मीद है कि सरकार अपने कार्यकाल में इस वादे को पूरा करेगी। संघ ने ट्वीट किया, ‘भारत के लोगों को उम्मीद है कि सरकार अपने कार्यकाल में ही इस वादे को पूर्ण करे।’
श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2014 के भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में अयोध्या में राममंदिर बनाने के लिए संविधान के दायरे में उपलब्ध सभी संभाव्य प्रयास करने का वादा किया है। भारत की जनता ने उनपर विश्वास व्यक्त कर भाजपा को बहुमत दिया है।
— RSS (@RSSorg) January 1, 2019
इस सरकार के कार्यकाल में सरकार वह वादा पूर्ण करें ऐसी भारत की जनता की अपेक्षा है। – दत्तात्रेय होसबले, सह सरकार्यवाह (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ)
— RSS (@RSSorg) January 1, 2019
उल्लेखनीय है कि भाजपा नीत एनडीए सरकार का कार्यकाल इस साल मई में समाप्त हो रहा है। कई टीवी चैनलों पर प्रसारित अपने एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कानूनी प्रक्रिया को पूरी होने दीजिए…न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद बतौर सरकार हमारी जो भी जिम्मेदारी होगी, उसके लिए हम हर कोशिश करने को तैयार हैं।
संघ ने मोदी की टिप्पणी को राम मंदिर निर्माण की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया। वहीं, शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने हैरानी जताते हुए कहा कि क्या मोदी के लिए कानून भगवान राम से भी बड़ा है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने पर फैसला न्यायिक प्रक्रिया के पूरा होने के बाद ही लिया जाएगा