रोहित वेमुला की मां राधिका ने शनिवार (8 अक्टूबर) को कमीशन की रिपोर्ट पर पक्षपात से भरी होने के आरोप लगाया है। राधिका ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा बनाए गए एक सदस्यीय न्यायिक आयोग की जांच रिपोर्ट को गलत बताया।
राधिका ने यह बातें यूपी में हो रहे आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के एक कार्यक्रम में कहीं। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय छात्र संसद द्वारा करवाया गया था।
राधिका ने यह भी कहा कि वह चुनाव से पहले-पहले यूपी और पंजाब में बीजेपी के खिलाफ अभियान चलाएंगी। उन्होंने कहा, ‘मैं सबको बताऊंगी कि नरेंद्र मोदी और बीजेपी दलित विरोधी पार्टी हैं।’ हालांकि, राधिका ने यह भी कहा कि वह किसी भी पार्टी के समर्थन में आकर प्रचार नहीं करेंगी।
इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एके रूपनवाल द्वारा बनाई गई 41 पन्नों की उस रिपोर्ट में कहा गया था कि रोहित की मां ने अपने आपको दलित की तरह दिखाने की कोशिश की ताकि रिजर्वेशन का फायदा मिल सके। राधिका ने लखनऊ में कहा, ‘मैं दलित हूं और मेरा बेटा भी दलित था।’
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जनसत्ता की खबर के अनुसार वेमुला की मां राधिका ने बीजेपी सरकार और RSS पर उनके बेटे और यूनिवर्सिटी के बाकी चार स्टूडेंट्स के खिलाफ साजिश का आरोप लगाया।