बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने न्यूज 18 समूह के मुखिया उद्योगपति मुकेश अंबानी के चैनल News 18 इंडिया के लिए काम करने वाले समाचार एंकर अमीश देवगन को ‘हिंदी का अर्नब गोस्वामी’ करार देते हुए हमला बोला है। बता दें कि पिछले कुछ दिनों में आरजेडी और पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा कई पत्रकारों पर हमला किया जा चुका है।
दरअसल, कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने हाल ही में कहा था कि सही वक्त पर गठबंधन एक साथ आएगा, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाना सबका लक्ष्य है। न्यूज़ एजेंसी ANI को दिए अपने इंटरव्यू में कांग्रेस के मुख्य रणनीतिकार पित्रोदा ने कहा कि सभी पार्टियों का मुख्य उद्देश्य मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करना है, चाहे इसके लिए सीटों की संख्या पर ही समझौता करना पड़े।
कांग्रेस नेता के इस बयान पर अमीश देवगन ने ट्वीट कर लिखा, “इस चुनाव कांग्रेस का एजेंडा मोदी हटाना है केवल बाक़ी सब मिथ्या है।”
इस चुनाव कांग्रेस का एजेंडा मोदी हटाना है केवल बाक़ी सब मिथ्या है । https://t.co/m3sDPqmi3U
— Amish Devgan (@AMISHDEVGAN) May 4, 2019
देवगन के ट्वीट को कोट करते हुए आरजेडी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा गया, “हिंदी के अर्नब गोस्वामी, तो तुम क्या चाहते हो? विपक्ष “अचंभित खात्रा” के बाप के लिए वोट माँगे।”
हिंदी के अर्नब गोस्वामी, तो तुम क्या चाहते हो? विपक्ष “अचंभित खात्रा” के बाप के लिए वोट माँगे। https://t.co/xAwCSPKowq
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) May 6, 2019
अभी पिछले महीने ही देवगन को अर्नब गोस्वामी का हिंदी वर्जन (संस्करण) बताते हुए लोग सोशल मीडिया पर ट्रोल करने लगे। देवगन पर आरोप लगता रहा है कि उन्होंने पत्रकारों और पार्टी प्रवक्ताओं के बीच का फर्क मिटा दिया है, जिस वजह से देवगन को प्यार से ‘हिंदी का अर्नब गोस्वामी’ भी कहा जाता है। दरअसल, अक्सर देवगन पर यूजर्स अर्नब गोस्वामी का नकल करने का आरोप लगाकर मजा लेते रहते हैं।
आलोचकों के मुताबिक, अर्नब और अमिश में सिर्फ भाषा का फर्क है। अर्नब अपने डिबेट के दौरान बीजेपी के समर्थन में जिस कुतर्क को अंग्रेजी में चिल्लाते हैं, अमिश उसी काम को हिंदी में करते हैं। अर्नब गोस्वामी ने एनडीए के राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर और बीजेपी समर्थक मोहनदास की मदद से बड़े ही धमाके के साथ 6 मई 2017 को अपने नए इंग्लिश चैनल ‘रिपब्लिक टीवी’ को लॉन्च किया था, जिसके बाद से ही वह लगातार विवादों में हैं। अगोस्वामी को उनके आलोचक बीजेपी समर्थक करार देते हैं।