यूपीएससी रैंक की बजाय फाउंडेशन कोर्स में नंबरों के आधार पर कैडर आवंटित किए जाने के सरकार के सुझाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार(22 मई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पीएम मेरिट लिस्ट से छेड़छाड़ कर केंद्रीय सेवाओं में आरएसएस की पसंद के अधिकारियों को भर्ती करना चाहते हैं। साथ ही राहुल ने छात्रों से अपने भविष्य को लेकर जागने की अपील की है।
file photo- @INCIndia (कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी)राहुल गांधी ने कहा कि छात्रों, खड़े हो जाओ, क्योंकि आपका भविष्य खतरे में है। उन्होंने कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के एक पत्र को अपने ट्वीटर अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘छात्रों, खड़े हो जाओ, आपका भविष्य खतरे में है। आरएसएस वो हथियाना चाहता है जिस पर आपका अधिकार है।’
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया, ‘इस पत्र से यह खुलासा होता है कि प्रधानमंत्री (यूपीएससी) परीक्षा की रैकिंग की बजाय मेरिट में छेड़छाड़ करके केंद्रीय सेवाओं में आरएसएस की पसंद के अधिकारियों की नियुक्ति करना चाहते हैं।’ बता दें कि, अपने इस ट्वीट के साथ राहुल गांधी ने हैशटैग के रूप में #ByeByeUPSC भी लिखा है।
Rise up students, your future is at risk! RSS wants what’s rightfully yours. The letter below reveals the PM’s plan to appoint officers of RSS’s choice into the Central Services, by manipulating the merit list using subjective criteria, instead of exam rankings. #ByeByeUPSC pic.twitter.com/VSElwErKqe
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 22, 2018
बता दें कि, राहुल गांधी का यह ट्वीट प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की तरफ से 17 मई को यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) लिखे एक पत्र के बाद आया है। इस पत्र में PMO ने यूपीएससी को फाउंडेशन कोर्स के नंबरों के आधार पर चयनित आवेदकों को कैडर देने का सुझाव दिया है।
गौरतलब है कि, प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) को फाउंडेशन कोर्स के नंबरों के आधार पर चयनित आवेदकों को कैडर देने का सुझाव दिया गया है। अब तक यूपीएससी की परीक्षा में अंकों के आधार पर सफल आवेदकों को कैडर आवंटित किए जाते रहे हैं।