भारतीय सेना के पूर्व सेनाप्रमुख (सेवानिवृत्त) दीपक कपूर ने गुजरात में चुनावी रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कथित ‘झूठ’ को उजागर किया है। दरअसल चुनावी प्रचार के दौरान रविवार (10 दिसंबर) को प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात चुनाव में पाकिस्तान का ‘हाथ’ होने का आरोप लगाया था। पीएम मोदी ने दावा किया कि पाकिस्तान गुजरात चुनाव में हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रहा है। ‘जनता का रिपोर्टर’ के प्रधान संपादक रिफत जावेद ने सोमवार (11 दिसंबर) को पीएम को चुनौती देते हुए कहा कि मोदी सबूत पेश करें या माफी मांगे। पीएम मोदी ने मणिशंकर अय्यर के घर पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और उच्चायुक्त के साथ कथित तौर पर मीटिंग का हवाला देते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। पूर्व सेनाध्यक्ष दीपक कपूर ने खुद के इस बैठक में मौजूद रहने की पुष्टि की है, लेकिन उन्होंने पीएम मोदी के गुजरात चुनाव में हस्तक्षेप वाले आरोपों को खारिज कर दिया है। एक अखबार से बातचीत में कपूर ने कहा कि हां, मैं इस बैठक का हिस्सा था।
कपूर ने कहा कि इस मीटिंग में भारत-पाकिस्तान संबंधों के अलावा अन्य किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। 23वें सेनाध्यक्ष के तौर पर दीपक कपूर मार्च, 2010 में अपने पद से रिटायर हुए थे। पीएम मोदी के आरोपों पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि देश के सर्वोच्च पद पर बैठकर मोदी जी बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। मोदी जी चिंतित, हताश और गुस्से में हैं।
गुजरात के पालनपुर में चुनावी रैली को संबोधित करते समय, पीएम मोदी ने आरोप लगाया था विधानसभा चुनाव में पाकिस्तान ‘हस्तक्षेप’ कर रहा है। मोदी ने अपनी बात के प्रमाण में कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने अय्यर के आवास पर पाकिस्तान के नेताओं से मुलाकात की थी। वहीं पीएम मोदी के आरोपों पर पाकिस्तान ने भी पलटवार किया है। पाकिस्तान का कहना है कि अपनी चुनावी बहस में भारत पाकिस्तान को न खींचे।
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैजल ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा “भारत को अपने चुनावी बहस में पाकिस्तान को बीच में नहीं घसीटना चाहिए। उन्हें अपने दम पर जीत हासिल करनी चाहिए, बजाए इसके कि वे मनगढ़ंत षड़यंत्र रचें जो कि पूरी तरह से निराधार और गैरजिम्मेदार है।”
India should stop dragging Pakistan into its electoral debate and win victories on own strength rather than fabricated conspiracies, which are utterly baseless and irresponsible.
— Dr Mohammad Faisal (@ForeignOfficePk) December 11, 2017
वहीं पीएम मोदी के आरोपों पर ‘जनता का रिपोर्टर’ के प्रधान संपादक रिफत जावेद ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी के पास गुजरात चुनाव में ‘पाकिस्तानी हस्तक्षेप’ का कोई सबूत है तो उन्हें देश के सामने पेश करना चाहिए, नहीं तो मोदी माफी मांगे। उन्होंने कहा कि ऐसे बेबुनियाद आरोपों से प्रधानमंत्री पद की गरिमा को ठेस पहुंची है।