आदिवासी मामलों के मंत्रालय की केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह एक बार फिर अपने आपत्तिजनक बयान को लेकर विवादों में आ गई हैं। उन्होंने अधिकारियों को बेल्ट उताकर पीटने की धमकी दी है। उनके इस बयान का एक वीडियो भी सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वह अपने इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गई है।
बलरामपुर के क्वारंटाइन सेंटर में दिल्ली से लौटे युवक के साथ सीईओ और तहसीलदार द्वारा मारपीट का आरोप लगने के बाद वे दौरा करने पहुंची थी। रेणुका सिंह ने क्वारंटीन सेंटर के निरीक्षण के दौरान अपने आपा खो दिया और अधिकरियों को डांटते हुए कहा कि भगवाधारी भाजपा के कार्यकर्ताओं को कमजोर मत समझना। अधिकारियों को पीटने की धमकी देने के बाद वह सोशल मीडिया यूजर्स के साथ-साथ विपक्ष के निशाने पर भी आ गईं हैं, लोग उनकी जमकर आलोचना कर रहे हैं।
बलरामपुर छत्तीसगढ़ के क्वारंटीन केंद्र में एक लड़के से कथित तौर पर मारपीट पर केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह भड़क गईं और अधिकारियों को धमकाते हुए कहा- “भगवाधारी भाजपा के कार्यकर्ताओं को कमजोर मत समझना,जनपद में जो भेदभाव कर रहे हैं, उसे भूल जाइए, अंधेरी कोठरी में ले जाकर मैं बेल्ट खोलकर ठोकना जानती हूं।”
केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने अपनी ख़ासियत बतायी “अंधेरे कमरे में बेल्ट से ठोंकना जानती हूँ” बलरामपुर के जनपद सी ई ओ को सबके सामने खरी खरी सुनायीं ?@AcharyaPramodk @sewkatewinslet @ashutosh83B @GouravVallabh @sardanarohit @anjanaomkashyap @jitupatwari @RajatSharmaLive pic.twitter.com/ZH7z0AbtuN
— Manoj jain (@ManojJa37766871) May 24, 2020
जानकारी के मुताबिक, बीते 15 मई को दिल्ली से लौटे बलरामपुर निवासी दिलीप गुप्ता नाम के युवक को भी क्वारंटाइन किया गया था। युवक ने वहां की अव्यवस्था का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। इसकी सूचना मिलते ही 16 मई की रात करीब 11 बजे तहसीलदार शबाब खान व जनपद सीईओ विनय गुप्ता क्वारंटाइन सेंटर में पहुंचे। आरोप है कि, तहसीलदार शबाब खान व जनपद सीईओ विनय गुप्ता ने दिलीप गुप्ता की पिटाई कर दी।
इसके बाद युवक को बलरामपुर क्वारंटाइन सेंटर से निकालकर ग्राम डौरा के क्वारंटाइन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद 17 मई को युवक के पिता ने इसकी शिकायत बलरामपुर थाने में की लेकिन शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद दिलीप के पिता ने 20 मई को मामले की शिकायत कमिश्रर व आईजी से की थी। जिसके बाद संबंधित अधिकारी पर एक्शन की बात कही गई है।