भारतीय रिजर्व बैंक(आरबीआई) ने 200 रुपये के नोट समेत अन्य छोटे नोटों की छपाई तेज कर दी है। जबकि दो हजार रुपये के नोटों की पर्याप्त प्रिंटिंग के बाद फिलहाल इसकी छपाई रोक दी गई है। सूत्रों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि आरबीआई ने दो हजार के नोट की छपाई पांच माह पहले ही रोक दी थी और अब जोर छोटे नोटों पर है।वहीं, आरबीआई के मैसूर प्रेस में 200 रुपये नोटों की छपाई तेज है। अगले माह करीब एक अरब रुपये मूल्य के 200 के नोट बाजार में आने की उम्मीद है। जानकारों के मुताबिक, दो हजार रुपये के 7.4 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 3.7 अरब नोट प्रिंटिंग हो चुके हैं।
यह 8 नवंबर को नोटबंदी के बाद बंद एक हजार रुपये के 6.3 अरब नोटों के मूल्यों से अधिक है। फिलहाल छापे जा रहे नोटों में 90 फीसदी 500 रुपये के नोट हैं। अब तक 500 के 14 अरब नोट छापे जा चुके हैं। यह आठ नवंबर को बंद हुए 500 रुपये के 15.7 अरब नोटों के काफी करीब है।
एसबीआई की प्रमुख अर्थशास्त्री सौम्या कांति घोष ने कहा कि नोटबंदी के शुरुआती दौर में तेजी के बाद आरबीआई अब दो हजार रुपये के नोटों की आपूर्ति धीमी रखना चाहती है। बैंकों और एटीएम में भी अब नकदी का संकट नहीं है। यह रिपोर्ट ‘हिंदुस्तान’ अखबार ने लाइव मिंट वेबसाइट के हवाले से प्रकाशित किया है।