केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने शुक्रवार(21 अप्रैल) को कहा कि मुसलमान भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) को वोट नहीं देते हैं, लेकिन सरकार ने उन्हें समुचित सम्मान दिया है। माइंडमाइन सम्मेलन में प्रसाद ने सवाल किया, हमारे 13 मुख्यमंत्री हैं। हम देश का शासन चला रहे हैं। क्या हमने उद्योग या सेवा क्षेत्र में काम कर रहे किसी मुसलमान को परेशान किया है? हमने उन्हें बर्खास्त किया है? हमें मुसलमानों के वोट नहीं मिलते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि मैं स्पष्ट रूप से इसे स्वीकार करता हूं, लेकिन हमने उन्हें पूरा सम्मान दिया है या नहीं? वह संस्कृति और बहुलता पर विकास के प्रभाव के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। प्रसाद ने कहा कि हम भारत की बहुलता और संस्कृति को नमन करते हैं। इसे देखने के दो तरीके हैं। आज मैं स्पष्ट बोलूंगा। हमारे खिलाफ लंबे वक्त से अभियान चल रहा है, लेकिन हम भारत की जनता के आशीर्वाद से यहां है।
रविशंकर प्रसाद के इस बयान के बाद हंगामा खड़ा हो गया है। सभी विपक्षी पार्टियों द्वारा केंद्रीय मंत्री के इस बयान की कड़ी निंदा हो रही है। कांग्रेसी नेता शकील अहमद कहा कि रविशंकर प्रसाद से मैं पूछना चाहता हूं कि शाहनवाज हुसैन, मुख्तार अब्बास नकवी सहित अन्य मुस्लिम नेताओं को पार्टी में क्यों रखे हैं? उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री के इस बयान के बाद भाजपा का असली चेहरा उजागर हुआ है।
वहीं, एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, मुस्लिम समाज किसी के रहमो-करम पर नहीं हैं, हमें संविधान ने अधिकार दिए हैं और वही हमारे अधिकारों को सुरक्षा देता है। ओवैसी ने कहा कि हमने उन्हें सम्मान दिया है? हम हैं कौन?’ संविधान ने उन्हें अधिकार दिया है, हमारे अधिकार संविधान के तहत सुरक्षित हैं।’
उन्होंने कहा कि कानून मंत्री को ऐसे शब्दों का उपयोग करना बंद कर देना चाहिए। यहां भारतीय लोकतंत्र है, सद्दाम हुसैन या उत्तर कोरिया का नहीं। जबकि, समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने कहा कि बीजेपी तो पहले से भी इस तरह के बयान देती रही है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज किसी की दया पर निर्भर नहीं रहता है।
सोशल मीडिया पर भी केंद्रीय मंत्री के इस बयान की तीखी आलोचना हो रही है। लोग रविशंकर प्रसाद से सवाल पूछा रहे हैं कि आखिर जो मुस्लिम नेता आपके पार्टी में हैं, क्या वह भी बीजेपी के खिलाफ हैं? बता दें कि मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन, मणिपुर के राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला, शाज़िया इल्मी के अलावा यूपी के नवनिर्वाचित योगी सरकार में मोहसिन रजा जैसे नेता पार्टी के लिए दिन रात काम कर रहे हैं।
पढ़ें, सोशल मीडिया पर कैसे रविशंकर प्रसाद के बयान की हो रही है आलोचना:-
https://twitter.com/LordChamar/status/855655254804660224?ref_src=twsrc%5Etfw&ref_url=https%3A%2F%2Ftwitter.com%2Fsearch%3Fq%3D%2522Ravi%2520Shankar%2520Prasad%2522
If muslims don't vote for BJP then how come it won seats with 80% Muslim population in Uttar Pradesh
Ravi Shankar Prasad#CongressWinningMCD— Abbas (@abbashussainn) April 22, 2017
ऐसे ही जीत गए जुमले बाजी ना करो रविशंकर जी मुस्लिम ने भी आपको वोट किया तभी इतने वोटो से जीत रहे है अब उनका मजाक ना बनाओ
— कृष्णा चौहान HBD (@chouhan86) April 22, 2017
Don't seek Muslim votes, don't give them tickets, justify their killings, then say they don't vote for us https://t.co/SIjbT6HRxp
— Shivam Vij (@DilliDurAst) April 21, 2017
Ravi Shankar Prasad, if muslims don't vote you then how did you won 300+ seats in UP? #EVMtampering ?
— Pratik Mohite (@Pratik_INC) April 22, 2017
Muslims don't vote BJP, so they should be thankful to them that they are not lynched or rioted against… oh wait ???? https://t.co/qRADYE0BC4
— Suryanarayan Ganesh (@gsurya) April 22, 2017
https://twitter.com/kamrank/status/855414033167642624?ref_src=twsrc%5Etfw&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.jantakareporter.com%2Findia%2Fravi-shankar-prasad-muslims%2F118125%2F
https://twitter.com/brainstormlegal/status/855666604301877249?ref_src=twsrc%5Etfw&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.jantakareporter.com%2Findia%2Fravi-shankar-prasad-muslims%2F118125%2F