ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है। खबर लिखे जाने तक कॉमनवेल्थ खेलों की पदक तालिका में भारतीय टीम चौथे स्थान पर है। भारत ने सात स्वर्ण, दो रजत और तीन कांस्य पदक जीते हैं। इन सात में से पांच स्वर्ण भारत के भारोत्तोलकों ने जीते हैं और एक स्वर्ण निशानेबाजी और एक टेबल टेनिस की स्पर्धा में मिला है।
इस बीच खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। भारत के युवा मामले और खेल राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कथित तौर पर खेल महासंघों को एक ई-मेल भेजकर कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार और बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के दौरान खिलाड़ियों द्वारा जीते गए पदकों की जानकारी मांगी है, ताकी दोनों सरकारों के दौरान खिलाड़ियों के प्रदर्शन की तुलना की जा सके। खिलाड़ियों को प्रदर्शन को कथित राजनीतिक तुलना करने को लेकर लोगों ने आलोचना की है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने इसे शर्मनाक करार दिया है। तिवारी ने ट्वीट कर लिखा है, ‘क्या यह बड़े पैमाने पर खेल का राजनीतिकरण नहीं है। राज्यवर्धन सिंह राठौर के कार्यालय का नीचे का मेल पढ़ें। पूछा गया है कि यूपीए की तुलना में पिछले चार साल में भारत ने कितने मेडल जीते। खिलाड़ी भारत के लिए मेडल जीतते हैं न कि एनडीए, बीजेपी या फिर यूपीए के लिए। शर्मनाक।’
– Isn’t this blatant politicisation of sports? Read mail below @Ra_THORe office is ostensibly asking Sports Federations for a comparison of the medals won by India in the past 4 years as opposed to UPA years? Sportspersons win medals for India not NDA/BJP or UPA! Very Shameful. pic.twitter.com/cAQbGCitJz
— Manish Tewari (@ManishTewari) April 8, 2018
मनीष तिवारी ने खेल मंत्रालय द्वारा खेल महासंघों को भेजे गए उस मेल को भी ट्वीट किया है जिसमें कथित तौर पर यूपीए और एनडीए के दौरान खिलाड़ियों द्वारा जीते गए पदकों की तुलना करने को कहा गया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से निलंबित सांसद व पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने भी केंद्रीय मंत्री पर निशाना साधा है।
मनीष तिवारी के ट्वीट को कोट करते हुए कीर्ति आजाद ने राज्यवर्धन सिंह राठौर को टैग करते हुए पूछा है कि जब आप ओलंपिक में सिल्वर पदक जीते थे तो किस पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रहे थे? उन्होंने बतौर खिलाड़ी बोलते हुए कहा कि हम देश का प्रतिनिधित्व करते हैं न कि राजनीतिक दल का। कितना शर्मनाक है ये सब।
, We represented our country not a political party. Which party you were representing @Ra_THORe when you won the #Silver in #Olympics ? What a shame! @ManishTewari I fully endorse your views https://t.co/3A6uelNDaB
— Kirti Azad (@KirtiAzaad) April 8, 2018
कीर्ति आजाद के इस ट्वीट पर जवाब देते हुए मनीष तिवारी ने लिखा है कि, ‘प्रिय कीर्ति आजाद, यह समय आप जैसे खिलाड़ियों को आगे आकर इसका विरोध करना चाहिए। अब खेल और खिलाड़ियों का भी ध्रुवीकरण करने की कोशिश हो रही है। समाज पर इसका क्या असर पड़ेगा।’
Dear @KirtiAzadMP you & other eminent sportspersons need to speak up in unison against it ?Is sports also going to be polarised into us & them like what has happened to every aspect of our society in past 4 years especially the media.Either you are with us or against us syndrome https://t.co/AjX8eAMyG1
— Manish Tewari (@ManishTewari) April 8, 2018
इसके अलाव सोशल मीडिया यूजर्स भी केंद्रीय मंत्री को निशाने पर ले रहे हैं। देखिए लोगों की प्रतिक्रियाएं:-
Players win medal for India not for UPA or NDA ?
— Nikhil Kaushal (@iyc786nikhil) April 8, 2018
Shameful. Even @Ra_THORe has fallen so low there is no getting back
— সাইলীনা/Saileena/سیلینا/ਸੈਲੀਨਾ (@saileenas) April 8, 2018
Everyday when Indians think BJP will not go further lower they disappoint us and go further lower and lower in there quest to divide nation
— WithRG (@CongressFans) April 8, 2018
Under which government did Rathore win his medals, btw?
— Suvojit (@suvojitc) April 8, 2018
It is not Mr.Rathore's fault .. that's the @narendramodi culture that he's just following ! Rubbishing the past is Modi's favourite past time !!
— Shiva (@ssr99) April 8, 2018