उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के वीआईपी इलाके गोमती नगर क्षेत्र में शुक्रवार (28 सितंबर) रात जांच के दौरान कथित तौर पर गाड़ी नहीं रोकने वाले 38 वर्षीय एक व्यक्ति को गश्त कर रहे पुलिस कांस्टेबल ने गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान विवेक तिवारी के रूप में की गई है। वह अमेरिकी मल्टीनेशनल कंपनी एप्पल में काम करता था। मृतक विवेक एप्पल कंपनी का एरिया मैनेजर था।
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और विवेक तिवारी हत्याकांड के मामले में उनसे प्रभावी कदम उठाने को कहा। गृह मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘लखनऊ में हुए विवेक तिवारी मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता हुई है। मैंने मुख्यमंत्री को इस प्रकरण में प्रभावी एवं न्यायोचित कारवाई करने के लिए कहा है।
लखनऊ में हुए विवेक तिवारी मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath से वार्ता हुई है। मैंने मुख्यमंत्री जी को इस प्रकरण में प्रभावी एवं न्यायोचित कारवाई करने के लिए कहा है।
— राजनाथ सिंह (@rajnathsingh) September 29, 2018
वहीं समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक, गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि टेलीफोन पर बातचीत के दौरान सिंह ने मामले में मुख्यमंत्री से सख्त कदम उठाने को कहा। गृह मंत्री लोकसभा में लखनऊ का प्रतिनिधित्व करते हैं। एप्पल में काम करने वाले विवेक तिवारी की सहयोगी सना खान की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी के आधार पर दो कांस्टेबल को गिरफ्तार किया गया है। घटना के वक्त सना खान उनके साथ ही थीं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जरूरत पड़ी तो मामले की सीबीआई जांच भी कराई जाएगी। फिलहाल, विवेक तिवारी हत्याकांड को लेकर लखनऊ के जिलाधिकारी ने कहा कि परिजनों की सभी मांगे मान ली गई हैं। सरकार ने विवेक तिवारी के परिवार को मुआवजे के तौर पर 25 लाख रुपये देने का वादा किया है। इसके अलावा उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी मिलेगी। अगले तीस दिनों के भीतर SIT द्वारा मामले की तह तक जांच कर ली जाएगी। जरूरत पड़ने पर CBI जांच भी करवाई जा सकती है।
इस घटना के बाद विवेक के भाई ने कहा कि हमारी सरकार से तीन मांगे हैं। मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन हो, उनकी पत्नी के लिए नौकरी और उचित मुआवजे की व्यवस्था की जाए। साथ ही हम चाहते हैं कि सीएम योगी आदित्यनाथ यहां आएं। अगर वे नहीं आते हैं, तो हम विवेक के शव को लेकर मुख्यमंत्री आवास जाएंगे।