राजस्थान में सात साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या के आरोपी एक व्यक्ति को अपराध करने के 24 दिनों के भीतर विशेष पॉक्सो अदालत ने मौत की सजा सुनाई। आरोपी दिनेश जाट को शुक्रवार को सजा सुनाई गई।
डीजीपी एम.एल. लाथर ने कहा कि अपराध के बारे में सूचना 20 सितंबर मिली, जब आरोपी नाबालिग को उपहार का लालच देकर उसके घर से ले गया। पीड़िता के पिता द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद कुछ ही देर में जांच शुरू हुई और लड़की का शव एक खेत में मिला।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अजमेर रेंज के आईजी और अन्य के नेतृत्व में पुलिस टीम नागौर पहुंची और साक्ष्य जुटाए। पुलिस की विशेष टीम ने साक्ष्य के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर छह दिन में मेड़ता शहर के पोक्सो कोर्ट में पेश किया।
अजमेर रेंज आईजी द्वारा स्पीक अप अभियान के तहत मामले का चयन किया गया और 28 सितंबर को सुनवाई शुरू हुई। लाथर ने कहा, हर दिन गवाहों को बुलाया गया और आखिरकार 21 अक्टूबर को दिनेश को अपराध का दोषी पाया गया और शुक्रवार को उसे मौत की सजा सुनाई गई।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश राठौर ने नागौर पुलिस द्वारा मामले की जांच छह दिनों में पूरी करने और 27 सितंबर को आरोप पत्र दायर करने के बाद लगातार सुनवाई की। उन्होंने कहा कि सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष के 29 गवाहों से पूछताछ की, जबकि बचाव पक्ष आरोपी जाट के बचाव में केवल एक गवाह पेश कर सका। (इंपुट: IANS के साथ)