राजस्थान में 49 नगर निकायों में 2,100 से अधिक पार्षदों के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस का दबदबा रहा। कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया है। कांग्रेस पहले नंबर पर रही है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) दूसरे नंबर पर रही है।
FILE PHOTOराज्य निर्वाचन विभाग की वेबसाइट के अनुसार परिणाम आने के बाद सभी 2,105 वार्डों में स्थिति साफ हो गई है। इन परिणाम के अनुसार कुल मिलाकर बात की जाए तो कांग्रेस के 961, भाजपा के 737, बसपा के 16, माकपा के तीन, एनसीपी के दो प्रत्याशी जीते हैं। परिणामों में रोचक बात यह है कि 386 वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है जो कई जगह बोर्ड बनाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे उनकी सरकार के काम पर जनादेश बताया है।
Rajasthan local body elections: Congress wins 961 seats, BJP 737 seats. 386 Independent candidates have also won the local body elections. pic.twitter.com/IKFuelyxNg
— ANI (@ANI) November 19, 2019
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निकाय चुनाव में कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन को सरकार के काम पर जनादेश बताया है। उन्होंने कहा, ‘जनता ने मैंडेट दिया है यह सोच कर की सरकार जिस रूप में परफॉर्म कर रही है उस दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं।’ गहलोत ने कहा, ‘हम चाहेंगे कि जो समस्याएं शहर की हैं उनको प्राथमिकता के आधार पर हल करें और जनता ने विश्वास प्रकट किया है उनकी अपेक्षा और आशाओं के अनुरूप सरकार काम करे।’ गहलोत ने कहा, ‘मैं जनता को कहना चाहूंगा कि आप निश्चिन्त रहें, हम लोग काम करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।’
उल्लेखनीय है कि, राज्य में तीन नगर निगमों, 18 नगर परिषद और 28 नगरपालिकाओं यानी कुल 49 निकायों में सदस्य पार्षद पद के लिए शनिवार को मतदान हुआ था। चुनाव में कुल 71.53 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इन 49 निकायों में कुल 2,105 वार्डों में चुनाव होना था जिनमें से 14 वार्डों में पार्षद निर्विरोध चुने जा चुके हैं। बाकी 2,081 वार्ड में 7,942 उम्मीदवारों ने अपना चुनावी भाग्य आजमाया जिनमें 2,832 महिलाएं व 5,109 पुरुष प्रत्याशी शामिल हैं।
पार्षद चुने जाने के बाद तय कार्यक्रम के अनुसार अब नगर निकायों में अध्यक्ष का चुनाव 26 नवंबर व उपाध्यक्ष का 27 नवंबर को होना है। (इंपुट: भाषा के साथ)