महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को देश की राजनीति से बाहर निकालना बहुत जरुरी है। नांदेड़ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री केवल पंडित जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के खिलाफ आरोप लगाते हैं लेकिन महिलाओं की सुरक्षा और किसानों के मुद्दों पर बात नहीं करते। नांदेड़ से निवर्तमान सांसद अशोक चव्हाण का मुकाबला बीजेपी के प्रताप चिखालिकर से है जो लातूर जिले में लोहा सीट से विधायक हैं।
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा, “मोदी ने पिछले साढ़े चार वर्षों से लोगों को मूर्ख बनाया है। हर चुनावी रैली में वह अप्रासंगिक मुद्दों पर बात करते हैं, (पूर्व प्रधानमंत्री) पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी की आलोचना करते रहते हैं। हालांकि, वह बढ़ती बेरोजगारी, किसानों के मुद्दों और महिलाओं की सुरक्षा के बारे में बात नहीं करते हैं।”
राज ठाकरे ने पीएम मोदी और अमित शाह पर तंज कसे हुए यह भी कहा कि, ‘आप नेहरू और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का मजाक उड़ाते है, लेकिन आप अभी भी उनकी कॉपी करते हैं। पिछले पांच सालों के दौरान आपने हर मुद्दे पर सिर्फ झूठ बोला है।’ ठाकरे ने यह भी कहा कि मोदी जो शब्द ‘प्रधान सेवक’ इस्तेमाल करते हैं, उसे वास्तव में नेहरू के बयान से लिया गया है।
ठाकरे ने कहा, नई दिल्ली के तीन मूर्ति भवन में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम में एक पट्टिका लगी हुई है, जिसपर पंडित नेहरू के हवाले से लिखा है। “इस देश की जनता हमें प्रधानमंत्री ना कहे, प्रथम सेवक कहे।” ठाकरे ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, “लेकिन उन्होंने (मोदी) सिर्फ ‘प्रथम सेवक’ को बदल कर ‘प्रधान सेवक’ कर दिया।
ठाकरे ने कहा, पिछले पांच सालों के दौरान आपने हर मुद्दे पर सिर्फ झूठ बोला है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के सैनिकों के नाम पर वोट मांगने के लिए मोदी को खुद पर शर्म आनी चाहिए।
राज ठाकरे ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी निशाना साधा। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक उन्होंने कहा, “योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि देश की सेना मोदी की सेना है। आज मोदी ने पहली बार मतदाताओं से बालाकोट हवाई हमले और पुलवामा हमले में मारे गए जवानों के लिए मतदान करने के लिए कहा। क्या उन्हें जवानों के नाम पर वोट मांगने में शर्म नहीं आती?”
बता दें कि, ठाकरे ने पिछले महीने एक भविष्यवाणी की थी कि बीजेपी इस साल के लोकसभा चुनाव जीतने के लिए एक और पुलवामा जैसा आतंकी हमला करा सकती है।