कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार (31 दिसंबर) को आरोप लगाया कि मोदी सरकार किसानों के हितों की बात कर सिर्फ दिखावा करती है लेकिन असलियत में वह पूंजीपतियों की हितैषी है। उनका कहना है कि सरकार ने इस साल उद्योगपतियों का अरबों रुपये का कर्ज माफ कर दिया जिससे कि 11 करोड़ गरीब परिवारों को 20-20 हजार रुपये दिए जा सकते थे।
कांग्रेस सांसद ने अपने ट्वीट में लिखा, “2378760000000 रुपय का क़र्ज़ इस साल मोदी सरकार ने कुछ उद्योगपतियों का माफ़ किया। इस राशि से कोविड के मुश्किल समय में 11 करोड़ परिवारों को 20-20 हज़ार रुपय दिए जा सकते थे। मोदी जी के विकास की असलियत!”
2378760000000
रुपय का क़र्ज़ इस साल मोदी सरकार ने कुछ उद्योगपतियों का माफ़ किया।इस राशि से कोविड के मुश्किल समय में 11 करोड़ परिवारों को 20-20 हज़ार रुपय दिए जा सकते थे।
मोदी जी के विकास की असलियत!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 31, 2020
मोदी सरकार को उद्योगपतियों के लिए काम करने वाला तंत्र बताते हुए गांधी लगातार उस पर हमला करते हुए कहते है कि उसे आम जनता और किसानों से ज्यादा अपने चंद पूंजीपति मित्रों की फिक्र होती है और उन्हीं के हित में बराबर निर्णय लेती है। कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। मौजूदा वक्त में किसानों के मुद्दों को लेकर कांग्रेस की ओर से केंद्र सरकार पर निशाना साधा जा रहा है।
इससे पहले बुधवार को राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि पीएम मोदी के ‘असत्याग्रह’ के लंबे इतिहास के कारण किसान को अब उनपर भरोसा नहीं रहा है। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी ने हर बैंक खाते में 15 लाख और हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था उसका क्या हुआ।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा था कि मुझे 50 दिन का समय दीजिए सब ठीपीएम मोदीक कर दूंगा। पीएम मोदी ने कहा था कि हम 21 दिनों में कोरोना के खिलाफ युद्ध जीतेंगे लेकिन क्या यह हो पाया। पीएम ने कहा था कि न तो हमारे क्षेत्र में किसी ने घुसपैठ की है और न ही कोई करेगा। पीएम के झूठ के लंबे इतिहास के कारण किसानों को उनपर भरोसा नहीं रहा है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी मोदी सरकार पर विभिन्न मुद्दों को लेकर निशाना साधते रहते हैं। कोरोनो वायरस, किसान आंदोलन, अर्थव्यवस्था सहित कई विषयों को लेकर वे केंद्र सरकार की आलोचना करते रहते हैं।