केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के दूसरे क्रम के अधिकारी और विशेष निदेशक (स्पेशल डायरेक्टर) राकेश अस्थाना के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार (22 अक्टूबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया है। राहुल ने आरोप लगाया है कि उनके नेतृत्व में सीबीआई राजनीतिक बदला लेने का हथियार बन गया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सीबीआई के दूसरे सबसे बड़े अधिकारी राकेश अस्थाना के खिलाफ एक कारोबारी से रिश्वत लेने के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई है और इससे साबित हो गया है कि पीएम मोदी जांच एजेंसी का इस्तेमाल राजनीतिक हितों को साधने के लिए कर रहे हैं।
मोदी सरकार में सीबीआई का “राजनीतिक प्रतिशोध के हथियार” के तौर पर इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि प्रमुख जांच एजेंसी का पतन हो रहा है और वह “खुद से ही जंग लड़ रही है।’’ सरकार पर हमला बोलने के लिए ट्विटर पर उन्होंने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला दिया जिसमें सीबीआई में दूसरे नंबर की हैसियत रखने वाले अधिकारी राकेश अस्थाना को रिश्वत मामले में आरोपी बताया गया है।
राहुल ने ट्वीट कर लिखा, “प्रधानमंत्री का चहेता व्यक्ति, गोधरा एसआईटी का चर्चित चेहरा, सीबीआई में दूसरे नंबर की हैसियत पाने वाला गुजरात कैडर का अधिकारी, अब रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।” उन्होंने आगे कहा, “इन प्रधानमंत्री के शासन में सीबीआई राजनीतिक प्रतिशोध लेने का हथियार बन गई है। एक संस्थान जो पतन की ओर बढ़ रहा है वह खुद से ही जंग लड़ रहा है।”
The PM’s blue-eyed boy, Gujarat cadre officer, of Godra SIT fame, infiltrated as No. 2 into the CBI, has now been caught taking bribes. Under this PM, the CBI is a weapon of political vendetta. An institution in terminal decline that’s at war with itself. https://t.co/Z8kx41kVxX
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 22, 2018
कांग्रेस अध्यक्ष और उनकी पार्टी अस्थाना को सीबीआई का विशेष निदेशक नियुक्त किए जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार हमलावर रही है। आपको बता दें कि सीबीआई के विशेष निदेशक के खिलाफ मीट कारोबारी मोइन कुरैशी से रिश्वत लेने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। सीबीआई ने अपने मुख्यालय में तैनात इस दूसरे क्रम के सबसे बड़े अधिकारी के खिलाफ रिश्वत लेने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की है।
अधिकारियों ने रविवार को कहा था कि एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए एजेंसी ने एक बिचौलिए से कथित तौर पर तीन करोड़ रुपये रिश्वत लेने के लिए अपने विशेष निदेशक पर मुकदमा दर्ज किया। अस्थाना पर आरोप हैं कि मीट निर्यातक मोइन कुरैशी की संलिप्तता वाले एक मामले की जांच में एक कारोबारी को राहत देने के मकसद से यह रिश्वत ली गई। कारोबारी के खिलाफ जांच अस्थाना ही कर रहे थे।
इस बीच, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने यहां पार्टी मुख्याल में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस प्राथमिकी ने सीबीआई की साख पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वाली सीबीआई अब किस मुंह से भ्रष्टाचारियों के खिलाफ काम करेगी।