भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) गुजरात में अपनी सरकार बचाने में सफल रही है। गुजरात की 182 सीटों में से बीजेपी को 99 पर जीत मिली है। जबकि कांग्रेस ने सहयोगी दलों के साथ यहां 80 सीटें जीती हैं। इस जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (18 दिसंबर) को जहां बीजेपी को संबोधित करते हुए एकतरफा भाषण दिया, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हारकर भी मंगलवार (19 दिसंबर) को पत्रकारों से बात किया और उनके सभी सवालों का जवाब दिया।
गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद राहुल गांधी ने पत्रकारों के कई ज्वलंत सवालों का जवाब दिया जबकि दूसरी और गुजरात में बीजेपी का परचम लहराने के बाद भी पीए मोदी ने केवल एकतरफा भाषण ही दिया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वह जनता के निर्णय को स्वीकार करते हैं, लेकिन यह नतीजे बीजेपी और मोदीजी के लिए भी सबक है। उन्होंने कहा कि गुजरात ने मोदीजी और BJP को संदेश दिया है कि जो गुस्सा आपमें है काम नहीं आएगा, प्यार इसे हरा देगा।
राहुल गांधी ने मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा, बीजेपी का विकास मॉडल खोखला है. जब हम गुजरात गए थे तो कहा गया था कि कांग्रेस पार्टी BJP से जीत नहीं रही है। लेकिन, तीन महीने हमने और कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने मेहनत की, जिसका असर देखने को मिला।
पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कहा कि मोदी जी कभी भी राफेल के बारें में एक शब्द भी नहीं बोलते है। आपको बता दे कि जनता का रिपोर्टर ने ही राफेल मामले पर अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित करते हुए इस पर एक बड़ा खुलासा किया था।
उन्होंने कहा मोदी जी ने चुनावों के दौरान भ्रष्टाचार की बात कही. उनके मुंह से जय शाह के बारे में क्यों कुछ नहीं निकलता है? चुनाव होने से पहले मोदी जी के पास बोलने को कुछ रहा नहीं था। हमारे लिए अच्छा रिजल्ट है, हार गए। हम जीत सकते थे लेकिन कुछ कमी रह गई।
गुजरात में विकास पर मुहर लगने के बयान पर राहुल गांधी ने कहा कि यह दिलचस्प है कि चुनाव जीतने के बाद मोदीजी यह बात कह रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘इस चुनाव में मोदीजी ने बोला है विकास का चुनाव है, जीएसटी पर मुहर है। उनके भाषणों में न विकास की बात हो रही थी न जीएसटी की। मोदी जी की विश्वसनीयता पर बहुत बड़ा सवाल है। आनेवाले समय में दिखेगा कि मोदीजी की विश्वसनीयता नहीं है।
राहुल ने कहा, नरेंद्र मोदी का जो मॉडल है उसे गुजरात के लोग मानते नहीं हैं। ये प्रोपेगंडा बहुत अच्छा है. मोदी इसपर सवालों का जवाब नहीं देते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए रिजल्ट अच्छा रहा। जीत सकते थे, लेकिन हार गए। तीन महीने में गुजरात ने और वहां की जनता ने मुझे बहुत सिखाया। पक्ष या विपक्ष की लड़ाई में जितना गुस्सा हो, पैसा हो और ताकत हो उसे आप प्यार से और भाईचारे से हरा सकते हैं।’