VIDEO: विजय माल्या और अरुण जेटली की मुलाकात पर राहुल गांधी ने पेश किया बड़ा सबूत

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भारतीय बैंकों के करीब 9000 करोड़ रुपये लेकर फरार हुए भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के सनसनीखेज खुलासे के बाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दरअसल, माल्या द्वारा भारत छोड़ने से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से अपनी मुलाकात का दावा करने के बाद विपक्षी पार्टियों ने मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए अरुण जेटली के इस्तीफे की मांग की है। हालांकि, जेटली ने माल्या के बयान को ‘‘तथ्यात्मक तौर पर गलत’’ करार दिया।

इस बीच गुरुवार (13 सितंबर) को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद मीडिया के सामने आए और दावा किया कि संसद में जेटली और माल्या की मुलाकात काफी अंतरंग थी, जिसे पीएल पुनिया (कांग्रेस के राज्यसभा सांसद) ने देखा था। राहुल ने कहा कि आज हम सबूत लाए हैं और वह सबूत हैं हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया जी, जिन्होंने संसद में माल्या और जेटली की मुलाकात देखी थी और यह कोई छोटी मुलाकात नहीं थी। राहुल गांधी ने जेटली पर माल्या के साथ ‘मिलीभगत’ का आरोप लगाया और कहा कि जेटली को यह बताना चाहिए कि यह सब उन्होंने खुद से किया या इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘ऑर्डर’ आया था।

जेटली के इस्तीफे की मांग दोहराते हुए गांधी ने यह भी दावा किया कि इस मामले में वित्त मंत्री और सरकार झूठ बोल रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया संसद के केंद्रीय कक्ष में हुई जेटली माल्या की ‘15-20 मिनट’ की मुलाकात के साक्षी हैं और जेटली को देश को बताना चाहिए कि माल्या को भगाने के लिए क्या ‘डील’ हुई थी। गांधी ने कहा, ‘‘कल जेटली जी ने कहा कि विजय माल्या ने उनसे संसद में अनौपचारिक मुलाकात कर ली थी। वह लंबे-लंबे ब्लॉग लिखते हैं, लेकिन किसी ब्लॉग में इस मुलाकात का जिक्र नहीं किया। जेटली जी ने जो कहा वो झूठ कहा। हमारी पार्टी के नेता पीएल पुनिया जी ने देखा कि दोनों के बीच संसद के केंद्रीय कक्ष में मुलाकात हुई थी।’’

समाचार एजेंसी पीटीआई/भाषा के मुताबिक उन्होंने कहा, ‘‘इसमें दो सवाल उठते हैं। पहला सवाल कि वित्त मंत्री भगोड़े से बात करते हैं और वह उनसे लंदन जाने के बारे में बताता है, लेकिन फिर भी वित्त मंत्री ने सीबीआई, ईडी या पुलिस को क्यों सूचित नहीं किया?’ गांधी ने यह भी पूछा, ‘‘डिटेन नोटिस’ को ‘इन्फॉर्म नोटिस’ में किसने बदलवाया? यह काम वही कर सकता है जो सीबीआई को नियंत्रित करता है। अगर जेटली जी ने अपने आप किया तो बताएं। अगर उनको ऊपर से आदेश मिला तो भी वह भी बताएं।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ‘यह बिल्कुल स्पष्ट मामला है। लंदन भागने से पहले माल्या संसद में वित्त मंत्री से मिलता है और वित्त मंत्री झूठ बोलते हैं। यह पूरी तरह से मिलीभगत है। कोई न कोई डील हुई है। वित्त मंत्री को देश को कारण बताना चाहिए और उनको इस्तीफा देना चाहिए।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह प्रधानमंत्री की भूमिका पर सवाल कर रहे हैं तो गांधी ने कहा, ‘‘बिल्कुल। प्रधानमंत्री जी इस सरकार में सारे फैसले करते हैं। जेटली जी बताएं कि क्या उन्होंने खुद एक अपराधी को देश से भागने दिया या फिर मोदी जी का ऑर्डर आया था?’’

कांग्रेस सांसद पी एल पुनिया का दावा

दरअसल, संवाददाता सम्मेलन में मौजूद पी एल पुनिया ने दावा किया कि एक मार्च, 2016 को संसद के केंद्रीय कक्ष में शराब कारोबारी विजय माल्या की वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ ‘विधिवत मुलाकात’ हुई थी और इसके वह साक्षी हैं।पुनिया ने चुनौती दी कि अगर उनका यह दावा सच साबित नहीं हुआ तो वह राजनीति छोड़ देंगे।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में पुनिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘एक मार्च, 2016 को केंद्रीय कक्ष में जेटली जी और माल्या की मुलाकात हुई। पांच-सात मिनट दोनों ने खड़े होकर बात की और फिर बैठकर बात की। 2016 के बजट सत्र में माल्या सिर्फ एक दिन संसद आए थे और वह सिर्फ जेटली से मिलने आए थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं मीडिया के साथ बातचीत में कई मौकों पर इसका उल्लेख करता रहा। ढाई साल तक जेटली चुप्पी साधे रहे। अब वह मुलाकात की बात मान रहे हैं। सच्चाई यह है कि दोनों बीच विधिवत मुलाकात हुई थी।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मेरी चुनौती है कि केंद्रीय कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और उनकी फुटेज देखी जाए। सब पता चल जाएगा। या तो जेटली जी राजनीति छोड़ दें या मैं छोड़ दूंगा।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि माल्या वित्त मंत्री से ‘सलाह-मशविरा करके’ देश से भागा था।

इससे पहले पुनिया ने समाचार एजेंसी ‘भाषा’ के साथ बातचीत में कहा, ‘जब माल्या के देश से भागने की खबर आई तो उससे दो दिन पहले ही मैंने संसद के केंद्रीय कक्ष में उसे जेटली जी के साथ बातचीत करते देखा था। दोनों ने काफी देर तक बातचीत की थी।’ दरअसल, माल्या ने बुधवार को कहा कि वह भारत से रवाना होने से पहले वित्त मंत्री से मिला था।

विजय माल्या भारत छोड़ने से पहले अरुण जेटली से मुलाकात के दावों पर राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फेंस

विजय माल्या द्वारा भारत छोड़ने से पहले अरुण जेटली से मुलाकात के दावों पर राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फेंस

Posted by जनता का रिपोर्टर on Thursday, September 13, 2018

दरअसल, माल्या ने बुधवार (12 सितंबर) को कहा कि वह भारत से रवाना होने से पहले वित्त मंत्री से मिला था। लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश होने के लिए पहुंचे माल्या ने संवाददाताओं को बताया कि उसने मंत्री से मुलाकात की थी और बैंकों के साथ मामले का निपटारा करने की पेशकश की थी। उधर, वित्त मंत्री ने माल्या के बयान को झूठा करार देते हुए कहा कि उन्होंने 2014 के बाद उसे कभी मिलने का समय नहीं दिया।

जेटली ने कहा कि माल्या राज्यसभा सदस्य के तौर पर हासिल विशेषाधिकार का ‘दुरुपयोग’ करते हुए संसद-भवन के गलियारे में उनके पास आ गया था। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कल माल्या के दावे को ‘अति गंभीर आरोप’ करार दिया था और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को जांच का आदेश देना चाहिए और जांच पूरी होने तक जेटली को इस्तीफा दे देना चाहिए।

 

 

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