भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक कुलदीप सेंगर की कथित संलिप्तता वाले चर्चित उत्तर प्रदेश के उन्नाव रेप केस के एक मुख्य गवाह की संदिग्ध परिस्थियों में मौत और कथित तौर पर बिना पोस्टमॉर्टम दफनाए जाने के मामले को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने साजिश करार दिया है। राहुल गांधी ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि इसके पीछे साजिश की बू नजर आ रही है। गौरतलब है कि इस मामले में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उनके भाई मुख्य आरोपी हैं।
@INCIndiaदरअसल, दुष्कर्म के आरोपी विधायक सेंगर से जुड़े प्रकरण में पीड़िता के पिता की हत्या में सीबीआई के मुख्य गवाह की रहस्यमयी ढंग से मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस और सीबीआई को सूचना दिए बिना ही परिजनों ने आनन-फानन में उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। परिजनों ने बिना सूचना दिए शव को दफना दिया। पीड़िता के चाचा ने इसकी साजिशन हत्या किए जाने की बात कहते हुए पोस्टमार्टम करा जांच कराने की मांग की है।
जर्मनी में मौजूद राहुल गांधी ने एक अखबार के खबर का हवाला देते हुए ट्विटर पर आरोप लगाया कि मामले के मुख्य गवाह की रहस्यमय परीस्थितियों में मौत हुई और शव का पोस्टमार्टम किए बिना ही उसे जल्दबाजी में दफनाया गया। कांग्रेस अध्यक्ष ने खबर को रिट्वीट करते हुए कमेंट्स में लिखा, “बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर की संलिप्तता वाले उन्नाव बलात्कार और हत्या मामले के मुख्य गवाह की रहस्यमय ढंग से हुई मौत और पोस्टमार्टम के बिना जल्दबाजी में दफनाए जाने से साजिश की बू आती है। क्या हमारी बेटियों के लिए न्याय का आपका ये तरीका है, श्रीमान 56?”
The mysterious death & hurried burial without an autopsy, of the key witness in the #Unnao rape & murder case, involving BJP MLA Kuldeep Sengar, smells of a conspiracy.
Is this your idea of “justice for our daughters”, Mr 56 ?https://t.co/Tft8fpPFYy
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 23, 2018
कथित बलात्कार मामले की जांच कर रही सीबीआई ने कहा कि गवाहों की सुरक्षा राज्य पुलिस की जिम्मेदारी है और यह केंद्रीय एजेंसी के कार्यक्षेत्र में नहीं आता। वहीं, उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा सीबीआई के साथ साझा की गई जानकारी के मुताबिक यूनुस नाम का गवाह पिछले कुछ समय से कथित तौर पर बीमार चल रहा था। वह माखी गांव में एक परचून की दुकान चलाता था। पीड़िता और विधायक भी इसी गांव में रहते हैं। उन्होंने बताया कि उसे कुछ दिनों से लीवर संबंधी बीमारी थी और पिछले हफ्ते उसकी मौत हो गई थी।
कौन था यूनुस?
यूनुस सीबीआई के उस मामले में एक गवाह था जो बीजेपी विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर और चार अन्य द्वारा बलात्कार पीड़िता के पिता की बुरी तरह पिटाई करने से जुड़ा है। इस पिटाई की वजह से पीड़िता के पिता की मौत हो गई थी। बलात्कार पीड़िता के पिता की जेल में मौत हुई थी, जहां उसे आर्म्स एक्ट के कथित झूठे आरोपों के तहत रखा गया था। उन्नाव में सफीपुर के मंडल अधिकारी विवेक रंजन राय ने बताया कि यूनुस की मौत शनिवार को लीवर सिरोसिस की वजह से हुई थी। राय ने कहा, “उसका कानपुर, उन्नाव और लखनऊ में इलाज चल रहा था। परिवार के सदस्य पोस्टमार्टम नहीं करना चाहते थे।
उन्होंने बताया था कि युनूस तीन महीने से बिस्तर पर था और उसकी मौत घर पर इलाज कराने के दौरान हुई।” कुछ दिन पहले बलात्कार पीड़िता के चाचा ने उन्नाव के पुलिस अधीक्षक को एक पत्र लिखकर शव के पोस्टमार्टम की मांग की थी, ताकि मौत की सही वजह पता चल सके। बुधवार को पीड़ित के चाचा ने कहा कि रेप मामले में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के इशारों पर ही सबकुछ हो रहा है और यूनुस को जहर देकर मारा गया है।
माखी में रहने वाले यूनुस के एक पड़ोसी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘यूनुस एक छोटी सी दुकान चलाता था। वह अचानक 18 अगस्त को बीमार हो गया। उसे जल्दबाजी में जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। उसके परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बगैर शव को जल्दबाजी में दफना दिया था।’