कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार (17 जुलाई) को 23 सदस्यीय कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) का गठन किया। नई सीडब्ल्यूसी में अनुभवी और युवाओं नेताओं को जगह दी गई है। राहुल गांधी ने अनुभवी और युवा नेताओं के बीच संतुलन बनाने की पूरी कोशिश की है। जिसमें उन्होंने गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई पुराने सदस्यों को बरकरार रखते हुए कुछ नए चेहरों को भी शामिल किया है। सीडब्ल्यूसी में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) प्रमुख सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह वरिष्ठ नेता होंगे जो 2019 के आम चुनावों के लिए पार्टी की कोर टीम में होंगे।
पिछले वर्ष दिसंबर में पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी ने पहली बार सीडब्ल्यूसी गठित की है। मार्च में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्ण अधिवेशन में पार्टी प्रमुख के लिए राहुल गांधी के नाम पर अंतिम मुहर लगने के साथ ही उन्हें पार्टी की शीर्ष निर्णायक समिति का गठन करने का अधिकार देने के चार महीनों के बाद सीडब्ल्यूसी का गठन किया गया है।
पार्टी के संगठन महासचिव अशोक गहलोत की ओर से जारी बयान के मुताबिक सीडब्ल्यूसी में 23 सदस्य, 19 स्थायी आमंत्रित सदस्य और नौ आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं। खास बात यह है कि राहुल की इस टीम से दिग्विजय सिंह और जनार्दन द्विवेदी को जगह नहीं मिली है। जनार्दन द्विवेदी यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के काफी नजदीकी माने जाते रहे हैं। इनके अलावा कर्ण सिंह, मोहसिना किदवई, ऑस्कर फर्नांडीस, मोहन प्रकाश और सीपी जोशी को नई कार्य समिति में जगह नहीं मिली है। ये चेहरे सोनिया गांधी के अध्यक्ष रहते हुए कार्य समिति के प्रमुख सदस्य हुआ करते थे।
समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी ने 22 जुलाई को सीब्ल्यूसी की पहली बैठक बुलाई है। सीडब्ल्यूसी के सदस्यों में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी, वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी के कोषाध्यक्ष मोती लाल वोरा, अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे, एके एंटनी, अहमद पटेल, अंबिका सोनी और ओमन चांडी को जगह दी गई है।
इसके अलावा असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा, कुमारी शैलजा, मुकुल वासनिक, अविनाश पांडे, केसी वेणुगोपाल, दीपक बाबरिया, ताम्रध्वज साहू, रघुवीर मीणा और गैखनगम भी शामिल हैं।
सीडब्ल्यूसी में स्थायी आमंत्रित सदस्यों में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, ज्योतिरादित्य सिंधिया, बालासाहेब थोराट, तारिक हमीद कारा, पीसी चाको, जितेंद्र सिंह, आरपीएन सिंह, पीएल पूनिया, रणदीप सुरजेवाला, आशा कुमारी, रजनी पाटिल, रामचंद्र खूंटिया, अनुग्रह नारायण सिंह, राजीव सातव, शक्तिसिंह गोहिल, गौरव गोगोई और ए. चेल्लाकुमार शामिल हैं।
विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर केएच मुनियप्पा, अरुण यादव, दीपेंद्र हुड्डा, जितिन प्रसाद, कुलदीप विश्नोई, इंटक के अध्यक्ष जी संजीव रेड्डी, भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष केशव चंद यादव, एनएसयूआई के अध्यक्ष फिरोज खान, अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव और कांग्रेस सेवा दल के मुख्य संगठक लालजीभाई देसाई को शामिल किया गया है।