असम में एक स्थानीय टेलीविजन चैनल के पत्रकार की गुरुवार को मौत हो गई, जिसे राज्य के तिनसुकिया जिले में बुधवार रात एक वाहन ने टक्कर मार दी थी। पत्रकार के नियोक्ताओं ने हत्या का आरोप लगाया और कहा कि उनकी हत्या इसलिए की गई क्योंकि उन्होंने अपने क्षेत्र में भ्रष्टाचार एवं अवैध गतिविधियों को उजागर किया था।

सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, पत्रकार की मौत पर शोक जताते हुए असम के मुख्यमंत्री और गृह विभाग के प्रभारी सर्बानंद सोनोवाल ने मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने पत्रकार की मौत से जुड़ी परिस्थितियों की विस्तार से जांच करने का निर्देश सीआईडी को दिया है। पुलिस ने बताया कि ‘प्रतिदिन टाइम’ चैनल के काकोपथार के वरिष्ठ संवाददाता पराग भुइयां को बुधवार रात एक वाहन ने उनके घर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 15 पर टक्कर मार दी थी। पराग भुइयां की डिब्रूगढ़ के एक नर्सिंग होम में गुरुवार सुबह मौत हो गई जहां उन्हें एक स्थानीय चिकित्सकीय इकाई द्वारा रेफर किया गया था।
Journalist Parag Bhuyan who was hit by a vehicle last night near his residence in Kakopathar succumbed to his injuries earlier today. Two persons arrested in connection with the case and the vehicle has been seized: Assam Police
— ANI (@ANI) November 12, 2020
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि वाहन की सीसीटीवी फुटेज से पहचान कर ली गई है और उसके चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है जो फरार हो गया था। प्रवक्ता ने बताया कि साथ ही इस मामले में एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी असम पुलिस द्वारा अरुणाचल पुलिस को इस संबंध में अलर्ट किए जाने के बाद हुई। पुलिस ने बताया कि इस मामले में दोनों व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है और घटना की जांच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि वाहन अरुणाचल प्रदेश की एक महिला का है और इसका इस्तेमाल उसके पुत्र द्वारा चाय पत्ती के परिवहन के लिए किया जाता है।
इस मामले में कांग्रेस ने भी गंभीर साजिश का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और असम कांग्रेस के प्रभारी जितेंद्र सिंह ने पत्रकार पराग भुइयां के निधन पर गहरा दुख प्रकट करते हुए परिवार के प्रति संवेदना जताते हुए कहा कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए, क्योंकि वह लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा करते हुए मारे गए हैं। जितेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि पराग भुइयां सीएम सर्बानंद सोनोवाल के करीबी भाजपा नेता द्वारा एक सब-इंस्पेक्टर को थप्पड़ मारकर एक आरोपी को काकोपोथर थाने से बलपूर्वक छुड़ा कर ले जाने की घटना को उजागर कर रहे थे। ऐसे में क्या हम असम पुलिस से न्याय की उम्मीद कर सकते हैं?
Parag Bhuyan exposing the story of a BJP leader with close proximity to @sarbanandsonwal,slapping the S.I ,taking away the accused forcefully from Kakopothar PS
Can we expect justice from Assam police?@ripunbora @DsaikiaOfficial@GauravGogoiAsm@sushmitadevinc@pradyutbordoloi pic.twitter.com/TRfSC1NgYi— Jitendra Singh Alwar (@JitendraSAlwar) November 12, 2020
टीवी चैनल के प्रधान संपादक नितुमोनी सैकिया ने एक बयान जारी कर आरोप लगाया कि, ‘‘पुलिस का प्रारंभिक दृष्टिकोण संदेह का कारण है।” उन्होंने कहा, ‘‘…हमें संदेह है कि पत्रकार की हत्या की गई है क्योंकि वह काकोपथार के आसपास अवैध गतिविधियों और भ्रष्टाचार को उजागर करने वाली रिपोर्टिंग की एक श्रृंखला चला रहे थे।’’ सैकिया ने कहा कि इन खबरों के लिए उन्हें धमकी मिली थी। उन्होंने कहा, ‘‘हम ‘प्रतिदिन टाइम’ में इसे एक संदिग्ध सुनियोजित हत्या के तौर पर देखते हैं और पूरी घटना की विस्तृत जांच और भुइयां के परिवार और ‘प्रतिदिन टाइम’ के लिए न्याय की मांग करते हैं।’’
53 वर्षीय पत्रकार असम गण परिषद के नेता जगदीश भुइयां के छोटे भाई और तिनसुकिया प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष थे। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने भी भुइयां की मौत की जांच की मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस मामले में षड्यंत्र का संदेह है क्योंकि पत्रकार को उनके घर के पास टक्कर मारी गई और वाहन का चालक मौके से फरार हो गया।’’ गुवाहाटी प्रेस क्लब ने वरिष्ठ पत्रकार की मौत के मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है और जांच समय पर पूरी करने के लिए राज्य के पुलिस प्रमुख से एसआईटी के गठन का अनुरोध किया है। (इंपुट: भाषा के साथ)