जैसे आप आपना मोबाइल नंबर बदले बिना सर्विस प्रोवाइडर बदल सकते हैं ठिक वैसे ही अब आप बिना अकाउंट नंबर बदले अपना बैंक बदल सकेंगे। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने बैंक खातों के संबंध में एक प्रस्ताव दिया है।आरबीआई के इस प्रस्ताव के मुताबिक अब बिना खाता नंबर बदले ग्राहक अपना बैंक बदल सकेंगे। इस दौरान ग्राहकों का सारा रिकॉर्ड सुरक्षित रहेगा और उनके अकाउंट की सेहत पर कोई विपरित असर नहीं पड़ेगा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एस एस मुंद्रा ने मंगलवार (30 मई) को बैंकिंग कोड्स एंड स्टैंडर्ड बोर्ड ऑफ इंडिया (BCSBI) के एक कार्यक्रम में कहा कि बैंक ग्राहकों को ऐसी सुविधा देने पर विचार करें, जिसमें ग्राहक बिना खाता नंबर बदलने उनका अकाउंट दूसरे बैंक में ट्रांसफर हो जाए। उन्होंने कहा कि आधार नंबर और नयी तकनीक की उपलब्धता के बाद बैंकों और दूसरे स्टेकहोल्डर्स को इस पर विचार करना चाहिए।
बैंकों को सोचना चाहिए कि पोर्टेबिलिटी का यह सिस्टम कैसे काम करेगा। रिजर्व बैंक के मुताबिक आधार नंबर और नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की मदद से ग्राहकों को ये सुविधा दी जानी संभव हैं।
आरबीआई के मुताबिक अगर ये फैसला लागू हो पाता है तो ग्राहक बिना किसी परेशानी के दूसरे बैंक के सदस्य बन जाएंगे। रिजर्व बैंक के मुताबिक बैंक अकाउंट पोर्टिबिलिटी UIDAI द्वारा डेवलप आधार पेमेंट ब्रिज सिस्टम (APBS) और (NPCI) की वजह से संभव हो सकेगा।
अगर भारत में बैंक अकाउंट पोर्टिबिलिटी लागू हो जाती है तो भारत ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश होगा। रिजर्व बैंक के इस कदम का फायदा उन ग्राहकों को भी होगा जो पहले अपने घर से दूर किसी बैंक में खाता खुलवा चुके हैं, लेकिन अब उनके घर के बगल में ही बैंक खाता खुल चुका है।