बीजेपी शासित राज्य झारखंड के सिमडेगा जिले में जलडेगा प्रखंड स्थित कारीमाटी गांव में भूख से दम तोड़ने वाली 11 साल की लड़की की मां और उनका परिवार अपने घर में डरा-सहमा है। दरअसल, कथित तौर पर भुखमरी से मरने वाली 11 साल की बच्ची संतोषी की मां कोयली देवी से मारपीट की खबर आ रही है।बताया गया कि 28 सितंबर को कथित तौर पर भूख के कारण मरी बच्ची की मां को शुक्रवार रात घर से बाहर निकाल दिया गया। ग्रामीणों ने कोयली देवी से मारपीट की और घर के सामान को बाहर फेंक दिया। गांव की महिलाओं का आरोप है कि बेटी संतोषी की भुखमरी से मौत का आरोप लगाकर कोयली देवी ने गांव का नाम बदनाम किया है।
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कोयली देवी ने बताया कि, ‘मुझे डर के साए में रहना पड़ रहा है, क्योंकि गांव के लोग मुझे गालियां दे रहे हैं, धमका रहे हैं। मुझसे गांव छोड़कर जाने को कहा गया है।’
I have been living in fear, villagers abused me and asked me to leave the village: Koyli Devi #Simdega #Jharkhand pic.twitter.com/oiwHdJ5mlk
— ANI (@ANI) October 22, 2017
Police deployed for security of Koyli Devi after she alleged that villagers had abused and threatened her #Simdega pic.twitter.com/EYowV0jsxf
— ANI (@ANI) October 22, 2017
हालांकि यह खबर मीडिया में आने के बाद गांववालों की मारपीट और धमकियों का शिकार हुई महिला को पुलिस ने सुरक्षा देने का फैसला किया है। कोयली देवी नाम की इस महिला की बेटी की बीते 28 सितंबर को कथित तौर पर भूख के कारण मौत हो गई थी, क्योंकि उसका परिवार राशन कार्ड को आधार से लिंक नहीं करा पाया था।
NDTV के मुतबिक गांव वालों की धमकी के बाद शनिवार सुबह कोयली देवी ने अपने परिवार के साथ गांव छोड़ दिया। घटना की सूचना मिलने के बाद प्रशासनिक स्तर पर हड़कंप मच गया। उपायुक्त ने फौरन जलडेगा बीडीओ और थाना प्रभारी को कोयली देवी के परिवार को वापस उसके घर लाने का निर्देश दिया। जिसके बाद पूरी सुरक्षा में कोयली देवी और उसके परिवार को वापस पांच घंटे बाद वापस कारीमाटी स्थित उनके घर पहुंचाया गया।
PHOTO: BBC HINDIसंतोषी की मां कोयली देवी ने एक बयान में कहा था कि आधार कार्ड लिंक नहीं होने की वजह से गांव के डीलर ने उन्हें फरवरी से ही सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहम मिलने वाला राशन देना बंद कर दिया था। उनकी बेटी को कई दिनों से खाना नसीब नहीं हुआ था, जिस कारण उसकी मौत हो गई। इस घटना को लेकर झारखंड की बीजेपी सरकार की खूब किरकिरी हुई।