हरियाणा के जींद में उप-चुनाव के वोटों की गिनती जारी है और फिलहाल खबर लिखे जाने तक राज्य में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आगे चल रही है। इस बीच मतगणना केंद्र के पास मौजूद भीड़ को काबू रखने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। ईवीएम यानी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर विपक्षी पार्टियों द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद मतगणना केंद्र के अंदर और बाहर हंगामा शुरू हो गया, जिसके बाद भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया।

हरियाणा की जींद विधानसभा उपचुनाव सीट के नतीजों के लिए वोटिंग की गिनती जारी है। जींद की सबसे ज्यादा चर्चा है, जहां 28 जनवरी को हुए बहुकोणीय उपचुनाव में करीब 75 फीसदी मतदान हुए थे। इस हाई प्रोफाइल उपचुनाव में कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), इनेलो यानी इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) और नवगठित जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के उम्मीदवार मैदान में हैं।
हरियाणा के जींद में उप-चुनाव के वोटों की गिनती जारी है और फिलहाल भाजपा आगे चल रही है. इस बीच मतगणना केंद्र के पास मौजूद भीड़ को काबू रखने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया.
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— BBC News Hindi (@BBCHindi) January 31, 2019
Haryana:Police lathi charge outside the counting venue of Jind by-polls following a ruckus. SP Jind Ashwin Shenvi says,“There was unlawful assembly which didn’t disperse when we asked them to leave.We had to use slight force to disperse them.Situation normal now.Counting underway pic.twitter.com/lpkTnrFYo5
— ANI (@ANI) January 31, 2019
पुलिस ने कहा कि जींद विधानसभा उपचुनाव की मतगणना के दौरान हंगामे की वजह से लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस के मुताबिक, मतगणना केंद्र के बाहर कुछ कार्यकर्ता हंगामा कर रहे थे। विपक्ष ने मशीनों में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। हंगामे को देखते हुए प्रशासन ने अतिरिक्त सुरक्षाबलों को बुला लिया है। फिलहाल खबर लिखे जाने तक बीजेपी जींद में 46 हजार से अधिक वोटों से आगे चल रही है।
यहां अगस्त 2018 में आईएनएलडी से दो बार विधायक रहे हरि चंद मिड्ढा के निधन के कारण यह उपचुनाव हुआ था। बीजेपी ने हरि चंद मिड्ढा के बेटे कृष्ण मिड्ढा को अपने टिकट पर मैदान में उतारा तो कांग्रेस ने रणदीप सुरजेवाला को प्रत्याशी बनाया। इनके अलावा जेजेपी ने अजय चौटाला के छोटे बेटे दिग्विजय चौटाला को उम्मीदवार बनाया। जींद के लिए बीते 28 जनवरी को मतदान हुआ था और 75.77 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
यह चुनाव मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की राजनीतिक साख, देवीलाल और ओमप्रकाश चौटाला की पारिवारिक विरासत और कांग्रेस की सत्ता में वापसी के सवालों का जवाब देंगे। अगर बीजेपी जींद में जीती तो उसका मनोबल बढ़ेगा, क्योंकि हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में भी उसे जबरदस्त कामयाबी मिली है। चर्चा यह भी है कि उपचुनाव में अगर बीजेपी जीतती है तो वह लोकसभा के साथ ही हरियाणा में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों के लिए आगे बढ़ सकती है।