देश में बाघों की संख्या बढ़कर 2967 हुई, पीएम मोदी ने बताया ‘एक था टाइगर’ से लेकर ‘टाइगर जिंदा है’ तक की कहानी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत में बाघों की स्थिति 2014 के मुकाबले 2018 में बेहतर हुई है।अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने खुशखबरी दी कि देश में बाघों की संख्या बढ़कर 2967 हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने बाघों की संख्या को दोगुना करने का लक्ष्य चार साल पहले हासिल कर लिया है।

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पीएम मोदी ने सोमवार को अखिल भारतीय बाघ अनुमान रिपोर्ट 2018 जारी की और कहा कि देश आज दुनिया में बाघों के लिये सबसे सुरक्षित और सबड़े बड़े पर्यावास क्षेत्रों में से एक के रूप में उभर कर सामने आया है। रिपोर्ट के अनुसार, देश में बाघों की संख्या 2014 की 1400 से बढकर 2019 में 2977 हो गई है।

इस दौरान पीएम मोदी ने बॉलीवुड की दो फिल्मों के टाइटल का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मैं इस क्षेत्र से जुड़े लोगों से यही कहूंगा कि जो कहानी ‘एक था टाइगर’ के साथ शुरू होकर ‘टाइगर जिंदा है’ तक पहुंची है, वो वहीं न रुके। केवल ‘‘टाइगर जिंदा है’’ से काम नहीं चलेगा। बाघ संरक्षण से जुड़े जो प्रयास हैं उनका और विस्तार होना चाहिए, उनकी गति और तेज की जानी चाहिए ।’’

उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत आर्थिक एवं पर्यावरण के दृष्टिकोण से समृद्ध होगा। भारत अधिक संख्या में सड़कें बनाएगा और देश में अधिक संख्या में स्वच्छ नदियां होंगी। भारत में अधिक रेल सम्पर्क होगा और अधिक संख्या में वृक्षों का दायरा बढेगा।

मोदी ने कहा, ‘‘आज हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि भारत करीब तीन हजार बाघों के साथ दुनिया के सबसे बड़े और सबसे सुरक्षित पर्यावास में से एक है।’’ उन्होंने कहा कि विकास या पर्यावरण की चर्चा पुरानी है। हमें सहअस्तित्व को भी स्वीकारना होगा और सहयात्रा के महत्व को भी समझना होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं महसूस करता हूं कि विकास और पर्यावरण के बीच स्वस्थ संतुलन बनाना संभव है। हमारी नीति में, हमारे अर्थशास्त्र में, हमें संरक्षण के बारे में संवाद को बदलना होगा। ’’ उन्होंने कहा कि बीते पांच वर्षों में जहां देश में अगली पीढी के आधारभूत ढांचे के लिए तेजी से कार्य हुआ है, वहीं भारत में वन क्षेत्र का दायरा भी बढ रहा है। देश में संरक्षित क्षेत्रों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।

मोदी ने कहा कि 2014 में भारत में संरक्षित क्षेत्रों की संख्या 692 थी जो 2019 में बढकर अब 860 से ज्यादा हो गई है। साथ ही सामुदायिक संरक्षित क्षेत्रों की संख्या भी साल 2014 के 43 से बढकर अब सौ से ज्यादा हो गई है। दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर ऑल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन 2018 जारी किया। इसके मुताबिक, 2014 के मुकाबले बाघों की संख्या में 741 बढ़ोत्तरी हुई है।

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