वाराणसी में PM मोदी ने की वृक्षारोपण मुहिम की शुरुआत, बोले- ‘हर तरफ 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी की चर्चा’

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने वृक्षारोपण मुहिम की शुरुआत की। वाराणसी के एकदिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री पूर्वाह्न करीब पौने 11 बजे बाबतपुर हवाई अड्डा पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पाण्डेय ने उनकी अगवानी की।

इसके बाद मोदी ने हवाई अड्डे पर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 18 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर शास्त्री के बेटे अनिल शास्त्री और सुनील शास्त्री भी मौजूद रहे। इसके बाद उन्होंने पौधारोपण अभियान की शुरुआत की। प्रधानमंत्री बनने के बाद दूसरी बार वाराणसी के दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी यहां भाजपा के सदस्यता अभियान की शुरुआत भी की।

पीएम मोदी ने भाजपा के राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत करने के बाद यहां पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान शायराना अंदाज में कार्यकर्ताओं के सामने अपनी बात रखते हुए पीएम ने कहा, ‘वो जो सामने मुश्किलों का अंबार है…उसी से तो मेरे हौसलों की मीनार है…चुनौतियों को देखकर, घबराना कैसा…इन्हीं में तो छिपी संभावना अपार है…विकास के यज्ञ में जन-जन के परिश्रम की आहुति…यही तो मां भारती का अनुपम श्रृंगार है।’

‘हर तरफ 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी की चर्चा’

कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा, “कल (शुक्रवार) आपने बजट के बाद टीवी पर और आज अखबारों में एक बात पढ़ी सुनी और देखी होगी- वो है फाइव ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी। इस फाइव ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य का मतलब क्या है? एक आम भारतीय की जिंदगी का इससे क्या लेना-देना है, ये आपके लिए, सबके लिए जानना बहुत जरूरी है।” उन्होंने आगे कहा कि इसके विषय में जानना सबके लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि कुछ लोग हैं जो हम भारतीयों के सामर्थ्य पर शक कर रहे हैं, वो कह रहे हैं कि भारत के लिए ये लक्ष्य प्राप्त करना बहुत मुश्किल है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बात होगी हौंसले की, नई संभावनाओं की, विकास के यज्ञ की, मां भारती की सेवा की और न्यू इंडिया के सपने की। ये सपने बहुत हद तक फाइव ट्रिलियन इकोनॉमी के लक्ष्य से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी में एक कहावत है कि size of the cake matters, यानि जितना बड़ा केक होगा उसका उतना ही बड़ा हिस्सा लोगों को मिलेगा। अर्थव्यवस्था का लक्ष्य भी जितना बड़ा होगा, देश की समृद्धि उनती ही ज्यादा होगी।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज जिस लक्ष्य की मैं आपसे बात कर रहा हूं वो आपको नए सिरे से सोचने के लिए मजबूर करेगा, नया लक्ष्य और नया उत्साह भरेगा। नए संकल्प और नए सपने लेकर हम आगे बढ़ेंगे और यही मुश्किलों से मुक्ति का मार्ग है। उन्होंने कहा कि आज ज्यादातर विकसित देशों के इतिहास को देखें, तो एक समय में वहां भी प्रति व्यक्ति आय बहुत ज्यादा नहीं होती थी। लेकिन इन देशों के इतिहास में एक दौर ऐसा आया, जब कुछ ही समय में प्रति व्यक्ति आय तेजी से बढ़ी। यही वो दौर था जब ये देश विकासशील से विकसित देशों की श्रणी में आए।

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