पीएम नरेंद्र मोदी ने की तोप की सवारी, कांग्रेस ने तंज सकते हुए- ‘प्रधानमंत्री जी… यह टैंक नहीं, स्वचालित होवित्जर है’, यूजर्स ने भी लिए मजे

0

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (19 जनवरी) को सूरत के हजीरा में लार्सन एंड टूब्रो (एल एंड टी) की होवित्जर तोप निर्माण इकाई का उद्घाटन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने होवित्जर तोप पर सवारी भी की। भारत की यह पहली निजी निर्माण इकाई होगी जहां स्व-चालित के 9 वज्र होवित्जर तोपों का निर्माण किया जाएगा। ‘एल एंड टी’ ने 2017 में ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत भारतीय सेना को के 9 वज्र-टी 155 मिलिमीटर ‘ट्रैक्ड सेल्फ प्रोपेल्ड’ तोप प्रणालियों की 100 इकाइयों की आपूर्ति करने के लिए 4,500 करोड़ रुपये का अनुबंध हासिल किया था।

@narendramodi

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण भी शनिवार को इस उद्घाटन समारोह में मौजूद थीं। यहां कॉम्प्लेक्स का मुआयना करने के दौरान प्रधानमंत्री एक टैंक पर सवार हुए। प्रधानमंत्री ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें वह एक टैंक पर खड़े नजर आ रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘एल एंड टी के आर्मर्ड सिस्टम्स कॉम्प्लेक्स में टैंकों का मुआयना करते हुए।’’

पीएम मोदी के इस ट्वीट पर कांग्रेस ने चुटकी ली है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट पर कांग्रेस ने रिट्वीट करते हुए कहा- प्रिय प्रधानमंत्री मोदी जी, यह टैंक नहीं है, यह एक स्व-चलित होवित्जर है। उम्मीद है कि आप गलती से राफेल की जगह बाई-प्लेन नहीं खरीदेंगे।

यहीं एक अन्य यूजर ने तंज सकते हुए कहा कि यह कोई टैंक नहीं है, बल्कि एक स्व-चलित बंदूक है। अगर किसी को इस बारे में पता नहीं है तो किसी ज्ञान देने के बजाय चुप रहना बेहतर है।

जबकि, सोशल मीडिया पर लोगों ने पीएम मोदी की टैंक की सवारी के जरिए पश्चिम बंगाल में शनिवार को हुई विपक्षी दलों के नेताओं की रैली पर भी मजे लिए। लोगो ने प्रधानमंत्री मोदी के इस वीडियो पर पूछा कि कहीं वह पश्चिम बंगाल तो नहीं जा रहे हैं। एक यूजर ने तंज कसते हुए कहा कि इसे कोलकाता की तरफ मोड़ लीजिए।

देखिए, सोशल मीडिया पर लोगों ने लिए मजे

कंपनी ने इन तोपों के निर्माण के लिए सूरत से करीब 30 किलोमीटर दूर अपने हजीरा स्थित केंद्र में आर्मर्ड सिस्टम्स कॉम्प्लेक्स स्थापित किया है, जहां स्व-चालित आर्टिलरी होवित्जर, भविष्य में पैदल सेना से लड़ने वाले वाहनों, भविष्य के लिए तैयार लड़ाकू वाहनों और भविष्य के मुख्य युद्धक टैंकों जैसे उन्नत बख्तरबंद वाहनों का निर्माण किया जाएगा।विनिर्माण परिसर ‘के 9 वज्र-टी 155 मिमी/52-कैलिबर ट्रैक्ड सेल्फ-प्रोपेल्ड होवित्जर गन‘ कार्यक्रम को पूर्ण कर रहा है। ‘के 9 वज्र’ अनुबंध में 42 महीनों के अंदर ऐसी 100 प्रणालियों की आपूर्ति शामिल है। यह रक्षा मंत्रालय द्वारा एक निजी कंपनी को दिया गया सबसे बड़ा अनुबंध है।

Previous articleबीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को AIIMS से किया गया डिस्चार्ज, स्वाइन फ्लू का चल रहा था इलाज
Next articleओडिशा: कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीकांत जेना और पूर्व विधायक कृष्ण चंद्र सगारिया को पार्टी से निकाला