अयोध्या में राम मंदिर मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कानूनी प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद वह हर प्रयास करने के लिये तैयार हैं। समाचार एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि कानूनी प्रक्रिया पूरी हो जाने दीजिए। इस प्रक्रिया की समाप्ति के बाद सरकार के तौर पर हमारी जो भी जिम्मेदारी होगी, हम हर प्रयास करने के लिये तैयार हैं।
बता दें कि फिलहाल राम मंदिर का सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। शीर्ष अदालत इसी महीने इस मामले की नियमित सुनवाई कब से होगी इसकी घोषणा करेगा। इस इंटरव्यू के दौरान पीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस के वकीलों ने अयोध्या मसले पर बाधाएं उत्पन्न की इसके चलते राम मंदिर मसले की सुनवाई की कथित तौर पर गति धीमी हो गई है।
एएनआई को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी के सवाल पर कहा कि यह झटका नहीं था। हमने एक साल पहले ही लोगों को चेता (आगाह) दिया था कि यदि आपके पास ऐसी दौलत (काली कमाई) है तो आप इसे जमा करा दीजिए, पेनल्टी (जुर्माना) दीजिए और आपकी मदद की जाएगी। हालांकि उन्होंने सोचा कि मोदी भी बाकी लोगों की तरह ही काम करेगा इसलिए काफी कम लोग अपनी मर्जी से आगे आए।
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस इंटरव्यू में आरबीआई गवर्नर पद से उर्जित पटेल के इस्तीफे के सवाल पर कहा कि उन्होंने निजी वजहों से पद छोड़ने की दरख्वास्त की थी। मैं पहली बार यह खुलासा कर रहा हूं कि उन्होंने मुझे 6-7 महीने पहले ही इस्तीफे के लिए कह दिया था। उन्होंने यह बात लिखित में भी दी थी। राजनीतिक दबाव का तो सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने गवर्नर के रूप में बढि़या काम किया।