प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार(4 जुलाई) को तीन दिन के ऐतिहासिक दौरे पर इजराइल पहुंच चुके हैं। एयरपोर्ट पर इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया। एक विशेष स्वागत समारोह के तहत इस दौरान इजराइली पीएम और पीएम मोदी बेहद गर्मजोशी से गले मिले।
(Reuters Photo)एयरपोर्ट पर दोनों देशों का राष्ट्रगान हुआ। जिसके बाद इजराइली पीएम ने हाथ जोड़कर हिंदी में कहा, ‘आपका स्वागत है मेरे दोस्त।’ नेतन्याहू ने कहा कि ‘मेरे मित्र नरेंद्र मोदी का इस्राइल में स्वागत है। नेतन्याहू ने कहा कि भारत हमारा गहरा दोस्त है।
वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘यह मेरा सौभाग्य है कि मैं इस्राइल आने वाला पहला भारतीय प्रधानमंत्री हूं। इस्राइल आने पर मेरे इस भव्य स्वागत और खुद पीएम नेतन्याहू के एयरपोर्ट पर मौजूद रहने का धन्यवाद। मेरा ये दौरा दोनों देशों के मजबूत रिश्ते का प्रतीक है। भारतीय बहुत पुरानी सभ्यता है, लेकिन हमारा देश युवा है। हमारी युवा शक्ति बदलाव की ताकत है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू के साथ आतंकवाद जैसी साझा चुनौतियों और आर्थिक संबंधों को बेहतर बनाने पर चर्चा करेंगे। बता दें कि यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली इस्राइल यात्रा है। इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री छह जुलाई तक इस्राइल में रूकेंगे।
जिसके बाद वहीं से मोदी जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जर्मनी के हैम्बर्ग रवाना होंगे। यह सम्मेलन सात और आठ जुलाई को होने जा रहा है। इस्राइल में पीएम मोदी राष्ट्रपति रूवेन रूवी रिवलिन से मिलेंगे। साथ ही दोनों देशों के सीईओ और भारतीय समुदाय को भी सम्बोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी मोदी यहूदियों के नरसंहार पीड़ितों की याद में बने स्मारक (याद वाशेम मेमोरियल संग्रहालय) भी जाएंगे। इसे मानव इतिहास की सबसे क्रूर घटनाओं में गिना जाता है। प्रधानमंत्री 1918 में हैफा की आजादी के लिए जीवन का बलिदान देने वाले बहादुर भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि भी अपर्ति करेंगे।