कर्नाटक में विधानसभा चुनाव समाप्त होने के एक दिन बाद तेल की कीमतों में फिर आग लग गई है। जी हां, मतदान हो जाने के बाद तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिर से दैनिक आधार पर संशोधन करना शुरू कर दिया है। पेट्रोल की कीमत में 17 पैसे जबकि डीजल के मूल्य में 21 पैसे की वृद्धि की गई हैं। तेल कंपनियों ने करीब 20 दिन बाद पेट्रोल और डीजल के दामों में बदलाव किया है। पिछली बार 23 अप्रैल 2018 को तेल कंपनियों ने पेट्रो उत्पादों के दाम बढ़ाए थे।
तेल की कीमतों में इजाफा होने के बाद सोमवार (14 मई) को दिल्ली में पेट्रोल 74.80 रुपये प्रति लीटर तो डीजल 66.14 प्रति लीटर पहुंच गए हैं। चार महानगरों में मुम्बई में दोनों ईंधन की कीमत सबसे ज्यादा है। यहां पेट्रोल 82.65 रुपये और डीजल 70.43 रुपए प्रति लीटर है। कोलकाता में कीमतें क्रमशः 77.50 और 68.68 रुपए, चेन्नई में 77.61 और 69.79 रुपए प्रति लीटर हैं।
20 दिन के बाद सोमवार को पेट्रोल के दाम में 17 और डीजल की कीमत में 21 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। बता दें कि पेट्रोल-डीजल के दामों में 24 अप्रैल से दैनिक आधार पर संशोधन नहीं किया जा रहा था। इसके पीछे कारण कर्नाटक विधानसभा चुनाव माना जा रहा था। कर्नाटक में मतदान 12 मई को हुआ है परिणाम कल यानी 15 मई को आएंगे।
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दामों बढ़ोत्तरी के बावजूद कर्नाटक चुनाव के दौरान स्थानीय खुदरा दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया। दरअसल, कर्नाटक में जारी चुनाव प्रचार के दौरान ही मीडिया में खबर आई थी कि केंद्र सरकार के इशारे पर पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दाम में अंतरराष्ट्रीय बाजार के मुताबिक बदलाव करने से कदम पीछे खींच लिया था। लेकिन, अब चुनाव संपन्न होने के बाद फिर से इसे बाजार के हवाले कर दिया गया।